खजुराहो-खजुराहो में दीक्षा के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जैन समाज द्वारा आयोजित संयम स्वर्ण महोत्सव में शीर्षस्थ संत आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज ससंघ विराजमान हैं। शुक्रवार सुबह उनके दर्शन करने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह के साथ पहुंचे। उन्होंने आचार्यश्री के दर्शन किए चरण पखार कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे जीव-दया सम्मान का शुभारंभ आचार्यश्री के हाथों करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री सिंह सुबह करीब पौने 11 बजे खजुराहो के जैन मंदिर परिसर पहुंचे जहां उन्होंने धर्मसभा के दौरान कहा- गुरुवर मुझे एेसा वरदान दीजिए कि मैं सतमार्ग पर चलकर कर प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता की हर समस्या का निदान कर अपने बताए मार्ग पर चल सकूं। उन्होने मंच से कहा कि मेरा आचार्यश्री से आग्रह है कि आप अपना चातुर्मास खजुराहो में ही करें। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की जा रही जीव दया सम्मान की शुरुआत आपके कर-कमलों से हो, चातुर्मास के दौरान अगस्त के किसी भी रविवार को शुभारंभ करने की अनुमति मुझे प्रदान करें। आचार्यश्री ने हाथ उठाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने आचार्य श्री की प्रेरणा से चलाए जा रहे हाथ करघा, गौशालाओं और अस्पताल आदि की सराहना की। अंत में उन्होंने फिर कहा कि गुरुवर उन पर कृपा दृष्टि बनाए रखें कि मैं लोगों की सेवा कर सकूं, यह मेरा सौभाग्य होगा। गौरतलब है कि इसके ठीक 2 दिन पहले केंद्रीय मंत्री और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने खजुराहो पहुंच कर आचार्य श्री दर्शन कर आशीर्वाद लिया था।
कार्यक्रम के दौरान इनका हुआ सम्मान :
कार्यक्रम के दौरान श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र प्रबंध समिति के अध्यक्ष विनोद जैन, सुशीला पाटनी सहित पदाधिकारियों ने मुख्य मंत्री शिवराज सिंह, उनकी पत्नी साधना सिंह, राज्यमंत्री ललिता यादव, कलेक्टर रमेश भंडारी, एसपी विनीत खन्ना का शाल श्रीफल से सम्मान किया। समिति की ओर से मुख्यमंत्री को एक प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री सिंह सुबह करीब पौने 11 बजे खजुराहो के जैन मंदिर परिसर पहुंचे जहां उन्होंने धर्मसभा के दौरान कहा- गुरुवर मुझे एेसा वरदान दीजिए कि मैं सतमार्ग पर चलकर कर प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता की हर समस्या का निदान कर अपने बताए मार्ग पर चल सकूं। उन्होने मंच से कहा कि मेरा आचार्यश्री से आग्रह है कि आप अपना चातुर्मास खजुराहो में ही करें। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की जा रही जीव दया सम्मान की शुरुआत आपके कर-कमलों से हो, चातुर्मास के दौरान अगस्त के किसी भी रविवार को शुभारंभ करने की अनुमति मुझे प्रदान करें। आचार्यश्री ने हाथ उठाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने आचार्य श्री की प्रेरणा से चलाए जा रहे हाथ करघा, गौशालाओं और अस्पताल आदि की सराहना की। अंत में उन्होंने फिर कहा कि गुरुवर उन पर कृपा दृष्टि बनाए रखें कि मैं लोगों की सेवा कर सकूं, यह मेरा सौभाग्य होगा। गौरतलब है कि इसके ठीक 2 दिन पहले केंद्रीय मंत्री और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने खजुराहो पहुंच कर आचार्य श्री दर्शन कर आशीर्वाद लिया था।
कार्यक्रम के दौरान इनका हुआ सम्मान :
कार्यक्रम के दौरान श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र प्रबंध समिति के अध्यक्ष विनोद जैन, सुशीला पाटनी सहित पदाधिकारियों ने मुख्य मंत्री शिवराज सिंह, उनकी पत्नी साधना सिंह, राज्यमंत्री ललिता यादव, कलेक्टर रमेश भंडारी, एसपी विनीत खन्ना का शाल श्रीफल से सम्मान किया। समिति की ओर से मुख्यमंत्री को एक प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया।
आचार्यश्री ने ली चुटकी, शिवराज मुस्कुरा दिए-आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री की व्यस्तताएं बहुत होती हैं। उनका घर विधानसभा होता है, जिसे हर किसी का ध्यान रखना होता है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को खजुराहो रात 10 बजे आना था, लेकिन सुना है कि रात ढाई बजे आए। मेरे पास सुबह पौने 9 बजे आना था लेकिन यहां भी 11 बजे आ पाए, क्या करें उनकी व्यस्तताएं जो हैं। आचार्यश्री के इस व्यंग्य पर जहां सैकड़ों श्रद्धालुओं ने तालियां बजाईं वहीं मुख्यमंत्री मुस्कुरा दिए।