राजनीतिक हलचल-मध्य प्रदेश के गुना जिलें से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा मेें अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोकार्पण कार्यक्रम में आमंत्रण नहीं दिये जोने और क्षेत्र के कांग्रेस विधायक के साथ दुर्व्यवहार किये जाने के मामले को लेकर विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था। सिंधिया ने कहा कि गुना में हुए लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गडकरी भी गए थे। आमंत्रण पत्र पर क्षेत्रीय सांसद का नाम नहीं था। जबकि मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के सभी लोगों के नाम थे। इस पर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लोकसभा अध्यक्ष के द्वारा दे रहा हूं। इसके बाद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सदन में सिंधिया से माफी मांग ली।
ऐसा ही बाकया विगत दिनों पोहरी में आयोजित तेंदूपत्ता संग्राहक के संबल कार्यक्रम का था । इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर उपस्थित थे । कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में क्षेत्रीय विधायक प्रहलाद भारती का नाम नहीं था जबकि प्रहलाद भारती भारतीय जनता पार्टी के दो बार के विधायक हैं और कार्यक्रम उनके विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किया गया था । जब इस बात के बारे में जिम्मेदारों से पता लगाने की कोशिश की तो सबने चुप्पी साध ली थी ।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तरह के कृत्यों के लिए जिम्मेदार कौन प्रशासन या कोई अपने ही जो राजनीतिक प्रतिद्वंदता की भावना रखते हैं । और अगर प्रशासन जिम्मेदार होता है तो कार्यवाही क्यों नहीं होती है ।