शाम ढलते ही महाविद्यालय प्रांगण में सजने लगती है शराबियों की महफिल, प्रतिदिन सुबह देखने मिलती है शराब की बोतलें


हितेश जैन पोहरी । शिवपुरी जिले से 35 किमी दूर पोहरी तहसील में  पोहरी महाविद्यालय के पीछे शराब का ठेका होने के कारण पोहरी महाविद्यालय के खेल मैदान की तरफ किसी का ध्यान नही जाने के कारण  महाविद्यालय मैदान शराबियो का अड्डा बना हुआ है। महाविद्यालय बंद होने के बाद   शाम 7 बजे से शराबियों को देखा जा सकता है। यही नहीं महाविद्यालय प्रांगण में जगह-जगह शराब के खाली बोतल पड़े हुए देखी जा सकती है। 



शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले महाविद्यालय में इस तरह से हरकतों के चलते जहां मैदान में जगह जगह शराब की बोतले देखी जा सकती है। इसी कारण विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रतिदिन सुबह इस मैदान में शराब के दर्जनों पव्वे, अद्धे व बोतलें यहां-वहां बिखरे नजर आते हैं। इससे यहां सुबह की सैर व खेलने के लिए पहुंचने वाले लोगों व खिलाडियों को खासी परेशानी हो रही है। कई बार तो शराबी खाली बोतलों को तोड़ देते हैं, इससे मैदान के कांच फैल जाते हैं। मैदान के सामने सघन रिहायशी क्षेत्र है।


                100 मीटर दूरी होना जरूरी


    महाविद्यालय के पीछे बना दिया शराब का ठेका

आबकारी अधिकारियों ने बताया कि ऐसे सार्वजनिक स्थल जहां, महिलाओं, युवतियों और बच्चों का आना-जाना होता है, जैसे स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और धार्मिक स्थल से शराब दुकान की दूरी कम से कम सौ मीटर होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने हाइवे पर शराब बिक्री को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया है। इस कारण अब सरकार हाइवे की शराब दुकानों को पीछे शहर की तरफ शिफ्ट करने को कहा था लेकिन पोहरी में शराब ठेका कॉलेज व हाइवे के बहुत नजदीक है।


घंटो करते है नशा, होती है गालीगलोच


स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम होते ही असमाजिक लोग शराब पीने बैठ जाते हैं। घंटों नशा करते हैं और नशे की हालत में गालीगलौच करते हैं। मैदान के आगे कई लोगों के मकान बने हैं। शराबियों के कारण उन्हें अपने घरों के दरवाजे बंद करना पड़ते हैं। कई बार नशे की हालत में लोग झगडऩे लगते हैं। जिससे आसपास के लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। नगर के बुजुर्ग लोगों ने बताया कि सुबह और शाम के समय मैदान में घूमने-फिरने जाते हैं, लेकिन मैदान में शराब की खाली बोतलें और गिलास पड़े रहते हैं। प्रशासन भी इस ओर ध्यान नही दे रहा है।