भोपाल- प्रदेश काँग्रेस मीडिया अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा है कि विगत तीन जून, 2018 को चुनाव आयोग को मध्यप्रदेश कांगे्रस कमेटी द्वारा प्रामाणिक रूप से एक विस्तृत शिकायत की गई थी कि भाजपा ने षड्यंत्रपूर्वक आगामी विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए लगभग 60 लाख फर्जी वोटरों को मतदाता सूची में जुड़वा दिया।
श्रीमती ओझा ने कहा कि अलग-अलग विधानसभा में एक ही वोटर को फोटो बदलकर उसी नाम से और दूसरे प्रदेशों के वोटरों को भी मध्यप्रदेश की मतदाता सूची में जुड़वा दिया गया है। प्रजातंत्र को आघात पहुंचाने वाले इस षड्यंत्र को चुनाव आयोग ने बगैर किसी विस्तृत जांच के तात्कालिक रूप से नकार दिया था।
श्रीमती ओझा ने कहा कि आज चुनाव आयोग का लगभग 24 लाख मतदाताओं का अपनी मतदाता सूची से नाम हटाना इस बात को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है कि कांगे्रस द्वारा की गई शिकायत न सिर्फ प्रामाणिक थी, अपितु भाजपा के षड्यंत्र को उजागर करने वाली भी थी।
उल्लेखनीय है कि कोलारस और मुंगावली उपचुनाव के दौरान भी कांगे्रस ने फर्जी वोटरों की शिकायत की थी। शिवपुरी जिले में कुल 59 हजार 517 और मुंगावली एवं कोलारस विधानसभा में भी करीब 20-20 हजार फर्जी मतदाता होने की शिकायत के आधार पर मुंगावली में ही 20 हजार वोट मतदाता सूची में कम किये गये थे। कोलारस में नाम मात्र के लिए वोटर्स के नाम हटाये गये लेकिन चुनाव उपरांत जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्वीकार किया था कि 10 हजार से अधिक फर्जी वोटर जांच की कार्यवाही के अंतर्गत है। यदि इन फर्जी वोटरों को हटाने की कार्यवाही नहीं होती तो वहां निष्पक्ष परिणाम संभव नहीं था।