छात्रा बोली- मैं अांखों से दिव्यांग हूं तो क्या हुआ ग्रेजुएट हूं, मुझे आजीविका के लिए लोन दिलाइए

मैं आंखों से दिव्यांग हूं,ग्रेजुएट किया है। अब मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बैंक से बुटीक संचालन के लिए लॉन मांग रही हूं,पर बैंक लोन देने से मना कर रही है,कहती है बेटियां पराई होती हैं लोन नहीं चुकाती इसलिए हम लॉन नहीं दे सकते। यह बात मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान पिछोर से आई दिव्यांग छात्रा चंद्रशिखा चौहान ने एडीएम राजेश चौहान को सौंपे आवेदन में कही। 

युवती ने बैंक पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बुटिक संचालन के लिए लॉन लेना चाहती है पर बैंक उसे लॉन दे नहीं रही। उसके सभी कागजात तैयार है और वह इस संबंध में नवंबर 2017 में भोपाल भी गई थी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आवेदन दिया था। जिस पर उनके ओएसडी ने कलेक्टर शिवपुरी तरुण राठी को फोन किया। फोन के बाद जब में शिवपुरी आकर कलेक्टर राठी से मिली तो उन्होंने बैंक मैनेजर से बात की और वह लॉन देने तैयार हो गए। इसके बाद अचानक बैंक मेनेजर का ट्रांसफर हो गया और कलेक्टर राठी भी शिवपुरी से चले गए। जिससे उसका प्रकरण अटक गया। एक बार फिर से नए सिरे से कवायद लॉन की करी पर बैंक अधिकारी मना कर रहे है। युवती ने एडीएम से कहा कि सर यदि मुझे लॉन मिल गया तो वह रोजगार से हासिल होने वाली आय से किश्त भी जमा कर देगी। जब पढाई कर बीए कर लिया तो व्यवसाय करने की कौन सी बात है। इस पर एडीएम चौहान ने युवती का आवेदन कार्रवाई के लिए लीड बैंक अधिकारी को भेज दिया। 

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.