राजनीतिक हलचल-मिशन २०१८ को लेकर मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी में बड़ी सुगबुगाहट है । एक ओर भाजपा को चौथी बार सरकार बनाने की राह आसान नहीं दिख रही है तो वहीं कांग्रेस भाजपा के विजय रथ को रोकने के लिए हाथी को साथी बनाने और साईकल की सवारी भी करने के लिए तैयार है । तीन बार से प्रदेश की सत्ता पर बैठे खुद शिव मध्यप्रदेश की हर एक विधानसभा क्षेत्र में पूर्ण वातानुकूलित रथ पर सवार होकर जन आशीर्वाद लेने निकल पड़े हैं ,शिव के रथ को देखने विशाल जन समूह उमड़ रहा है, अब देखना ये है कि क्या ये जन समूह भाजपा के लिए मतदाता में बदल पाएगा या नहीं ।
16 अगस्त को शिव का रथ शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा में प्रवेश करेगा और जनता का आशीर्वाद लेने आ रहे मुख्यमंत्री बैराड़ में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे । वैसे तो पोहरी की जनता भाजपा को विगत दो चुनावों से आशीर्वाद ही दे रही है लेकिन सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों की चर्चा पर गौर करें तो शिव की तरह पोहरी में भाजपा के लिए राह आसान नहीं दिख रही है ।
जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर पोहरी में राजनीतिक चर्चा जोरों पर है, क्षेत्रीय नेताओं से लेकर अपने अपने नेताओं को चाहने वालों के बीच बस एक ही चर्चा है कि शिव की कृपा २०१८ के लिए किस पर बरसेगी । हर कोई शिव की साधना में लगा है तो यात्रा के आगमन पूर्व जनसम्पर्क और अपने आप को शिव का नजदीकी बताने की कवायद शुरू हो गई है ।क्योंकि दावेदारों की ओर टिकिट के लिए ये आखिरी शक्ति प्रदर्शन होगा और हर एक दावेदार अपना जनाधार दिखाने की कोशिश में है ।
अभी तो जनता और नेताओं के बीच बस एक जिज्ञासा है कि शिव की कृपा किस पर बरसेगी ..??
भरी बरसात में घोषणाओं की बरसात होगी या फिर विकास की मोहताज पोहरी सौगातों की सिर्फ बौछारें ही पड़ेंगीं । शिव की साधना किसके काम आएगी ..?? नए चेहरों को मिलेगी जगह या फिर पुरानों की होगी ताजपोशी..??
इन सब सवालों के जबाव १६ अगस्त को मिलेंगे जब सावन के महीने में स्वयं शिव पोहरी की धरा पर आशीर्वाद लेने आएँगे ।