प्रवेश पत्र को लेकर अतिथि विद्वान और अभाविप के बीच हुआ था विवाद
श्रीमंत माधवराव सिंधिया शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अभाविप के विद्यार्थियों से हुए अतिथि विद्वान डॉ रामजीदास राठौर के विवाद को लेकर मामला गरमा गया है। अतिथि विद्वान के समर्थन में जहां एनएसयूआई के छात्र नेता आ गए हँै और वह अभाविप के छात्रों से अतिथि विद्वान से माफी मांगने की बात कह रहे हैं,वहीं अभाविप का कहना है कि इस मामले में जब तक अतिथि विद्वान को हटा नहीं दिया जाता तब तक वह आंदोलन जारी रखेंगे। इसके लिए हम 4 दिन का समय देते हैं।
इस संबंध में अभाविप ने बुधवार को कॉलेज में जमकर नारेबाजी की और इस संबंध में एक ज्ञापन कलेक्टर को भी देने की बात कहते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता तब तक वह उग्र प्रदर्शन जारी रखेंगे। वहीं छात्राओं और छात्रों के समूह में पहुंचे अभाविप के लोगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि कॉलेज प्रशासन एक काम करो,चूड़ी पहनकर डांस करो। इस तरह के नारे लगाकर अतिथि विद्वान को हटाने की मांग की। वहीं एनएसयूआई भी अब अतिथि विद्वान के समर्थन में आ गई है। उसका कहना है कि कॉलेज में सीसीटीवी कैमरे लगे है। कौन क्या कर रहा है इसकी जांच की जा सकती है। ऐसे में अभाविप के छात्र नेताओं को अतिथि विद्वान से दुर्व्यवहार के लिए क्षमा मांगनी चाहिए पर अभाविप के नेता जबरन का दबाव बना रहे है।
यह था मामला
बीती 3 अगस्त को श्रीमंत माधवराव सिंधिया शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बी कॉम द्वितीय वर्ष प्रवेश पत्र को लेकर अभाविप के छात्रों से अतिथि विद्वान का विवाद हो गया था जिसमें प्रवेश पत्र न देने को लेकर अपशब्द बोलने के आरोप अभाविप ने अतिथि विद्वान पर लगाए थे लेकिन अतिथि विद्वान ने इन आरोपों को नकारा था। इस बात को लेकर अतिथि विद्वान को हटाने की मांग कॉलेज प्रबंधन से की थी। वहीं अतिथि विद्वान ने आमरण अनशन करने की मांग की थी।
मुझे जो भी कहना था मैं अपना पक्ष पहले रख चुका हूं ,अब बार - बार मैं वही बातें नहीं दोहराऊंगा। डॉ राम जी दास राठौर, अतिथि विद्वान
अभाविप कहता है डॉ राठौर को हटाओ और एनएसयूआई ने आज ऐसा न करने की मांग की है। डॉ मंजुला शर्मा, प्रभारी प्राचार्य,श्रीमंत माधवराव सिंधिया शास.स्ना.महाविद्यालय
अभाविप के छात्रों को अतिथि विद्वान से माफी मांगनी चाहिए। सत्यम नायक,एनएसयूआई छात्र नेता
बदसलूकी करने वाले अतिथि विद्वान को हटाने के लिए हमने 4 दिन का समय दिया है। कलेक्टर को सारा मामला बता दिया गया है। आदित्य पाठक,नगर मंत्री अभाविप