शिवपुरी। डायविटीज के रोगियों को यदि अधिक थकान महसूस हो तो वह लापरवाही न बरतें तथा तुरंत अपना परीक्षण कराकर ईसीजी कराएं, क्योंकि कई बार डायविटीज के रोगियों को हृदयाघात होने पर छाती में दर्द नहीं होता। उक्त बात ग्वालियर के कल्याण मेमोरियल हॉस्पिटल के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक शर्मा ने कल्याणी धर्मशाला में ग्रामीण बैंक समाजसेवा समिति द्वारा आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में मरीजों का परीक्षण करते हुए कही। डॉ. शर्मा ने इस अवसर पर हृदय रोग से बचाव के उपाय पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। शिविर में हृदय रोग सहित नाक, कान, गला रोग एवं नेत्र रोग का भी इलाज किया गया। इस अवसर पर नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. हरिओम शर्मा और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप चतुर्वेदी ने भी अपनी सेवाएं दीं। कुल मिलाकर ग्रामीण बैंक समाजसेवा समिति के इस शिविर में हृदय रोग नाक, कान, गला और नेत्र रोग के 108 मरीजों का परीक्षण किया गया।
नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के शुभारंभ समारोह में डॉ. दीपक शर्मा ने कहा कि ऐसा नहीं कि हृदय रोग सिर्फ अधिक उम्र के लोगों को ही होता है। कम आयु के व्यक्तियों में भी हृदय रोग की आशंका बनी रहती है। इसका मुख्य कारण अनुवांशिकता, ध्रूमपान और शराब सेवन, व्यायाम की कमी, मानसिक तनाव, बसा युक्त भोजन के अलावा उच्च रक्तचाप होना भी है। इसलिए ब्लडप्रेशर की जांच समय-समय पर कराते रहना चाहिए। डॉ. शर्मा ने बताया कि हृदय रोग से बचाव के लिए प्रतिदिन 45 मिनट टहलना चाहिए। धू्रमपान और बसायुक्त खाने से बचना चाहिए तथा 40 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को नियमित रूप से हृदय का चैकअप कराना चाहिए।