जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि पुलिस एवं प्रशासन भी मौके पर पहुंच गए है, लेकिन वह मूकदर्शक की भूमिका में दिखाई दे रहा है,
ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि टोल पर ओवरलोडिंग के ज्यादा शुल्क वूसला जा रहा है जबकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। यहां बता दें कि जब से पूरनखेड़ी टोल प्लाजा प्रारंभ हुआ है तब से यह लगातार विवादों में घिरा हुआ है और आए दिन यहां विवाद होते ही रहते हैं। समाचार लिखे जाने तक टोल के दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लगा हुआ है।
इनका कहना है
जिस तरीके से ट्रक ऑपरेटर ओवरलोड के संबंध में बात कर रहे हैं इस तरह के हमारे पास कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं जो निर्धारित शुल्क है हम उसी के अनुसार टोल वसूल रहे हैं।
श्री तोमर, टोल मैनेजर