सागर-देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम भानपुर में खेत में बने टपरा में सड़ी-गली हालत में मिली वृद्ध महिला राम बाई आदिवासी की लास के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने डेढ़ माह बाद सुलझा ली है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने दिखाई तत्परता तब मिली सफलता। देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत खतोला से लगे ग्राम भानपुर में राम बाई आदिवासी उम्र 47 साल की लाश पुलिस ने 5 दिन पुरानी टपरिया के पास बरामद की थी पंचनामा कार्यवाही के बाद पुलिस ने पीएम कराया था जिसमें पीएम करने वाले डॉक्टर ने मृतका की मृत्यु के बारे में कोई भी स्पष्ट राय नहीं दी थी एवं विश्रा प्रजर्व किया गया था पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी थी लेकिन मृतिका राम बाई के पुत्र लाल सिंह आदिवासी ने ग्रामीणों के साथ पुलिस थाना में आवेदन देकर अपनी मां की हत्या का संदेश बहादुर राजपूत पर जताते हुए बताया था कि उनकी मां रामबाई नाक में सोने की पुंगरिया पहनती थी लेकिन शव पंचनामा में उनके शरीर पर पुंगरिया बरामद नहीं हुई तथा मृतका की मृत्यु असामान्य परिस्थितियों में हुई है और हत्या की वजह बताई थी जिस पर पुलिस ने संदेही बहादुर सिंह राजपूत पिता शिब्बू राजपूत निवासी भानपुर से पूछताछ की गई तो उसने अपराध घटित करना स्वीकार किया हत्या का खुलासा करते हुए एसडीओपी अजीत पटेल ने बताया कि रामबाई की हत्या भानपुर के ही बहादुर सिंह राजपूत 39 वर्ष ने 29 जुलाई को लूट के इरादे से गला दबाकर की है आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है हत्या के बाद सोने की पुंगरिया आरोपी अपने साथ ले गया था जो उसने चांदपुर के जागेश्वर सोनी के यहां 2600 में बेच दी थी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध 449, 392 ,302 ताजी राते हिंद 3 ,2 और एससी एसटी एक्ट का मामला पंजीबद्ध किया गया है वही जागेश्वर सोनी को धारा 411 के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है एसडीओपी अजीत पटेल ने बताया कि थाना प्रभारी दीपक पाराशर ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में उप-निरीक्षक लखन राज आरक्षक अनिल आरक्षक संजय और प्रधान आरक्षक गणगौर प्रसाद तथा उप निरीक्षक टी एस धुर्वे का सराहनीय सहयोग रहा।