सागर-जी हा हम कहे तो अतिशयोक्ति नहीं इस धरा के सचमुच भगवान आचार्य श्री विधासागर जी महाराज है उनकी एक आशीष उनकी झलक पाने कों देवता भी तरसते है आचार्य श्री सचमुच दया क्षमा करुणा की प्रतिमूर्ति है जिनकी सूरज चाँद सितारे भी आरती करते है
भावुक क्षण
ऐसा ही पल भाग्योदय मे देखने कों मिला
जब दिगंबर जैन महिला परिषद की चंद्रप्रभु शाखा और विचार संस्था द्वारा शासकीय अंध मूक बधिर शाला के 51 बच्चों व शिक्षकों को भाग्योदय तीर्थ ले जाया गया। जहां आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को बच्चों ने श्रीफल भेट और आशीर्वाद लिया। । वह क्षण बड़ा भावुक था जब बच्चो ने गुरु चरणों मे नमोस्तु किया गुरुवर ने मधुर मुस्कान के साथ दोनों हाथ उठाकर आशीष दी गुरूवर की करुणा देखते ही बनती थी इन पलो कों देख भक्तों का हजूम भावुक दिखाई दिया सचमुच करुणा के भंडार हमारे गुरूवर
इस मौके पर संध्या , अध्यक्ष मुक्ति, मंजरी, शिवानी ,विचार संस्था की आकांक्षा मलैया, सुनीता उपस्थित थीं जिनेश जैन ने आश्रम को प्रिंटर के लिए दान राशि भी दी।
अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
भावुक क्षण
ऐसा ही पल भाग्योदय मे देखने कों मिला
जब दिगंबर जैन महिला परिषद की चंद्रप्रभु शाखा और विचार संस्था द्वारा शासकीय अंध मूक बधिर शाला के 51 बच्चों व शिक्षकों को भाग्योदय तीर्थ ले जाया गया। जहां आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को बच्चों ने श्रीफल भेट और आशीर्वाद लिया। । वह क्षण बड़ा भावुक था जब बच्चो ने गुरु चरणों मे नमोस्तु किया गुरुवर ने मधुर मुस्कान के साथ दोनों हाथ उठाकर आशीष दी गुरूवर की करुणा देखते ही बनती थी इन पलो कों देख भक्तों का हजूम भावुक दिखाई दिया सचमुच करुणा के भंडार हमारे गुरूवर
इस मौके पर संध्या , अध्यक्ष मुक्ति, मंजरी, शिवानी ,विचार संस्था की आकांक्षा मलैया, सुनीता उपस्थित थीं जिनेश जैन ने आश्रम को प्रिंटर के लिए दान राशि भी दी।
अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी