भीलवाड़ा-मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज ने कहा कि नई पीढ़ी माता-पिता को कम अपितु माता-पिता से ज्यादा चाहती है।
यदि माता-पिता को चाहें तो दुनिया में सारे झगड़े समाप्त हो जाएं। व्यक्ति को दुर्योधन बनकर नहीं बल्कि राम बनकर जीना चाहिए। वे शनिवार को चंद्रशेखर आज़ाद नगर स्थित मंदिर में धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माता के वनवास देने दिए जाने के बावजूद राम ने कोई शिकायत नहीं की। बल्कि आदेश शिरोधार्य किया।
उस मां का भी पैर छुकर सम्मान किया जिसने राजतिलक के बजाय वन जाने का आदेश दिया। सहर्ष वन जाना स्वीकार किया। संयोजक प्रवीण चौधरी ने बताया की । मुनि ससंघ के सानिध्य में मंदिर में 26 से 31 मई तक मज्जिनेन्द्र जिनविंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति की ओर से पंचकल्याणक महोत्सव होगा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
यदि माता-पिता को चाहें तो दुनिया में सारे झगड़े समाप्त हो जाएं। व्यक्ति को दुर्योधन बनकर नहीं बल्कि राम बनकर जीना चाहिए। वे शनिवार को चंद्रशेखर आज़ाद नगर स्थित मंदिर में धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माता के वनवास देने दिए जाने के बावजूद राम ने कोई शिकायत नहीं की। बल्कि आदेश शिरोधार्य किया।
उस मां का भी पैर छुकर सम्मान किया जिसने राजतिलक के बजाय वन जाने का आदेश दिया। सहर्ष वन जाना स्वीकार किया। संयोजक प्रवीण चौधरी ने बताया की । मुनि ससंघ के सानिध्य में मंदिर में 26 से 31 मई तक मज्जिनेन्द्र जिनविंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति की ओर से पंचकल्याणक महोत्सव होगा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
