आचार्य श्री की विहार संभावित दिशा किस और कोई कहता कुंडलपुर कोई कहता नेमावर कोई कहता कही और



जी हा इस युग के भगवान आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जिनका विहार आदि कुछ भी नियोजित नहीं होता स्वत नियोजित होता चला जाता अब दयोदय से विहार के उपरांत अब हर कोई बाट जोह रहा है गुरुवर हमरी नगरी आयेगे लेकिन गुरुवर की महिमा गुरुवर ही जाने यदि कुंडलपुर की और आगमन होता है एक बार पुनः बड़े बाबा और छोटे बाबा समागम हमको मिले वही यदि नेमावर की और कदम बड़े मालवा की धरा धन्य भाग मानेगी वही नर्मदा की शीतल धारा उंनके आगमन मे पलक फावड़े बिछा देगी नेमावर यदि आगमन होता है तो 2014 के बाद गुरुवर का आगमन होगा सिद्धोंदय सिद्ध क्षेत्र नयी आभा नई कांति को गुंजायमान होता देखेगा
अब एक टक निगाहे  गुरुवर की और है सभी यही भावना भा रहे सजा दो आज पलको पर मेरे सरकार आये है
      एक रिपोर्ट अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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