सिद्धक्षेत्र वे पवित्र स्थान हैं जहां धर्म ध्यान आसानी से लग जाता है : मुनिश्री



कुंडलपुर-आचार्य श्री विद्यासागर जी  महाराज द्वारा घोषित निर्यापक मुनिश्री समय सागर जी  महाराज के संघ सहित कुंडलपुर पहुंचने पर अगवानी की। कुंडलपुर कमेटी के प्रचार मंत्री सुनील वेजीटेरियन में बताया कि मुनिसंघ में सम्मिलित मुनिराजों ने रात्रि विश्राम पटेरा में करने के बाद सुबह कुंडलपुर के लिए पद विहार कर लिया। कुंडलपुर के मुख्य द्वार पर कमेटी के अध्यक्ष के साथ अन्य पदाधिकारियों ने मुनि संघ का पाद प्रक्षालन किया एवं मंगल आरती उतारी।
मुनिश्री संघ सहित सीधे पहाड़ी पर बड़े बाबा के मंदिर पहुंचे जहां अनेक वर्षों के बाद बड़े बाबा के दर्शन पाकर मुनि संघ भाव विभोर हो गया तथा अति भक्तिभाव से बड़े बाबा के चरण स्पर्श किए। इसके पश्चात मुनि संघ की मंगलमय उपस्थिति में बड़े बाबा का जलाभिषेक किया गया तथा शांति धारा संपन्न हुई। इस मौके पर मुनि श्री ने कहा कि सिद्धक्षेत्र वे पवित्र स्थान होते हैं जहां धर्म ध्यान आसानी से लग जाता है विशेष प्रयास नहीं करना पड़ता। कुंडलपुर क्षेत्र में तो आचार्य श्री के 5-5 चतुर्मास संपन्न हो चुके हैं। अब उनके ही संकेत से अगले चतुर्मास का सौभाग्य अर्जित हो सकता है। प्रभु और गुरु की शरण कभी नहीं छोड़नी चाहिए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

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