योगेन्द्र जैन पोहरी- शासन प्रशासन तो तीन साल में बदलते रहते है लेकिन मध्यप्रदेश से भाजपा सरकार क्या गई जनता के मुंह से एक ही बात सुने को मिल रही है कि बिजली कम बिल के नाम पर लूट, इस समय अधिकरी अपने काम को छोड़ जनता को अब परेशान करने में लगे हुए है
हम बात पोहरी एव आस पास के क्षेत्र की कर रहे है इस क्षेत्रों में विधुत विभाग की मनमानी बोले या अधिकारियो का पोहरी क्षेत्र में राज्य बोले ।
मध्यप्रदेश में भाजपा शासन कल में 200 रुपए गरीब उपभोक्त को देने पडते थे लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 100 रुपए गरीब उपभोक्ताओ का बिल कर दी।जिस पर गरीब लोग कुछ माह तो खुश रहे लेकिन कब पोहरी क्षेत्र में मनमाने बिल उपभोक्तओं को दिए जा रहे है ।
हम बात पोहरी एव आस पास के क्षेत्र की कर रहे है इस क्षेत्रों में विधुत विभाग की मनमानी बोले या अधिकारियो का पोहरी क्षेत्र में राज्य बोले ।
मध्यप्रदेश में भाजपा शासन कल में 200 रुपए गरीब उपभोक्त को देने पडते थे लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 100 रुपए गरीब उपभोक्ताओ का बिल कर दी।जिस पर गरीब लोग कुछ माह तो खुश रहे लेकिन कब पोहरी क्षेत्र में मनमाने बिल उपभोक्तओं को दिए जा रहे है ।
पोहरी क्षेत्र में बिजली विभाग के कर्मचारी पहले आंकलित खपत उपभोक्तओं को देते रहते है उसके बाद मीटर बिल के नाम पर लूट करते है
बात करे तो जून माह का 700,600,500,एव 300 यूनिट के बिल बिजली कंपनी द्वारा उपभोक्तओं को दिए है जब अधिकरियों से बात करने की कोशिश की जाती है तो अधिकरी जनता से बात नही करना चाहते है यदि पोहरी में इसी प्रकार से जनता से विधुत विभाग लूट करेगा तो गरीब आदिवासी एव अन्य गरीबजनता जो अपनी आवाज नही उठा सकते है उसके साथ क्या होता होगा पोहरी क्षेत्र में जिस प्रकार से मनमाने बिल यदि विधुत विभाग दे रहा है तो विधुत विभाग के अधिकरी कर्मचारियो की मनमानी चरम सीमा पर माने। अब देखना होगा कि इस मनमानी पर अंकुश कब लगेगा।
बात करे तो जून माह का 700,600,500,एव 300 यूनिट के बिल बिजली कंपनी द्वारा उपभोक्तओं को दिए है जब अधिकरियों से बात करने की कोशिश की जाती है तो अधिकरी जनता से बात नही करना चाहते है यदि पोहरी में इसी प्रकार से जनता से विधुत विभाग लूट करेगा तो गरीब आदिवासी एव अन्य गरीबजनता जो अपनी आवाज नही उठा सकते है उसके साथ क्या होता होगा पोहरी क्षेत्र में जिस प्रकार से मनमाने बिल यदि विधुत विभाग दे रहा है तो विधुत विभाग के अधिकरी कर्मचारियो की मनमानी चरम सीमा पर माने। अब देखना होगा कि इस मनमानी पर अंकुश कब लगेगा।
विधुत विभाग के अधिकारी सुनते नही है में खुद गया था बोले बिल तो ऐसे ही आएंगे
विष्णु शर्मा उपभोक्ता
विष्णु शर्मा उपभोक्ता