भगवान श्रेयांसनाथ का मोक्ष कल्याणक एवं वात्सत्य पर्व 15 अगस्त 700 मुनियों की होगी पूजा



चमत्कारजी-दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी अहिंसा सर्किल आलनपुर में ससंघ वर्षायोग कर रही आचार्य निर्मल सागरजी की शिष्या गणिनी आर्यिका विशुद्धमति की संघस्थ प्रज्ञा पद्मिनी आर्यिका विज्ञमति ने श्रावकों को धर्मसभा में धर्म का रसपान कराते हुए सारगर्भित शब्दों में कहा कि व्यक्ति को ज्ञानरुपी दृष्टि रखनी चाहिए। बुरे विचार मन के फपोले हैं, मक्खी रुपी मन को छोड़कर जिनवाणी (सरस्वती) पर श्रद्धान करके ज्ञान और वैराग्य की रस्सी से मन को बांधना होगा, तब ही व्यक्ति का कल्याण हो सकता है। प्रवचनोपरांत सभी को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया। वर्षायोग समिति के प्रवक्ता प्रवीण कुमार जैन ने बताया कि इस दौरान प्रश्नमंच भी आयोजित किया, जिसमें विजेताओं को स्वर्ण विशुद्ध वर्षायोग समिति के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश छाबड़ा द्वारा पुरस्कृत किया गया। धर्मसभा में श्रावक-श्राविकाओं ने आर्यिका की अमृतवाणी का विनयपूर्वक श्रवण कर धर्म की गंगा में डुबकी लगाई। ध
भगवान श्रेयांसनाथ का मोक्ष कल्याणक एवं वात्सत्य पर्व 15 अगस्त को:  आर्यिका संघ के सानिध्य एवं स्वर्णविशुद्ध वर्षायोग समिति के तत्वावधान में 15 अगस्त को  11वें तीर्थंकर भगवान श्रेयांसनाथ का मोक्ष कल्याणक एवं वात्सल्य पर्व (रक्षाबंधन पर्व) उत्साह एवं आस्था के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी सहित नगर के जिनालयों में ही जिनेन्द्र देव के अभिषेक, शांतिधारा, भगवान श्रेयांसनाथ, विष्णुकुमार एवं अकम्पनाचार्य आदि मुनियों की अष्ट द्रव्यों से पूजा-अर्चना के साथ निर्वाण लड्डू चढ़ाने की धूम रहेगी।
      संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.