हर्षोल्लास के वातावरण में आर्यिका सौम्यनंदिनी माताजी चातुर्मास पत्रिका का विमोचन संपन्न मोह ओर आसक्ति है दुख का कारण



कोटा(राजस्थान)-माँ चर्मण्यवटी के पावन तट पर स्थित शिक्षण के लिए सम्पूर्ण भारत मे सुविख्यात धर्म प्राण नगरी कोटा में
आर्यिका सौम्यनंदिनी माताजी पावन वर्षायोग की पत्रिका का विमोचन बुधवार को आर्यिका संघ और सकल दिगंबर जैन समाज के पदाधिकारियों के द्वारा किया गया। इस दौरान सुयोग्यनंदिनी माताजी का अवतरण दिवस भी मनाया गया। प्रवचन करते हुए सुयोग्यनंदिनी माताजी ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में पदार्थ की उपयोगिता होती है। उपयोग करना एक बात है लेकिन व्यक्ति पदार्थ के प्रति आसक्ति की भावना न रखें। मोह व आसक्ति दु:ख का कारण होती है। व्यक्ति कामनाओं को सीमित रखने का प्रयास करें। कोई विषय भोग न भोगे परन्तु मन में भोग की कामना रखे तो वह भी दुर्गति का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति धर्म की साधना द्वारा आसक्ति कम करने का प्रयास करें। इस संसार में जिस वस्तु का संयोग होता है उसका वियोग भी होता है। दोनों स्थितियों में समत्वभाव रखें ।
अध्यक्ष नवीन दौराया तथा मंत्री पारस जैन ने बताया कि आर्यिका श्री 105 सौम्यनंदिनी माताजी ससंघ के चातुर्मास सम्बंधी कार्यक्रमों की सूचना देने के लिए  चातुर्मास पत्रिका तैयार की गई है।
इससे पहले मंगलाचरण मोनिका दौराया के द्वारा किया गया। इस अवसर पर चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, शास्त्र भेंट रमेशचंद दौराया,  चिंतामणी जैन, नवीन जैन, रिन्कू जैन, अनिल दौराया, मोनिका दौराया परिवार (रानपुर वाले) तथा कविता टोंगया, डॉ.अमित कुमार, डॉ. ऋतु टोंग्या परिवार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर सकल समाज के कार्याध्यक्ष जेके जैन, महामंत्री विनोद टोरडी, राजमल पाटोदी, प्रकाश ठोरा,  मनोज जैसवाल, पारसमल जैन सीए, चंद्रेश जैन, राकेश जैन मडिया, नरेश जैन, निशा जैन अनिल ठोरा, पवन वर्षा योग अध्यक्ष नवीन दौराया, महामंत्री पारस जैन, पवन टोला, हेमंत डूंगरवाल समेत कईं लोग मौजूद रहे।
राष्ट्रीय संवाद दाता
पारस जैन "पार्श्वमणि" पत्रकार कोटा

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.