राजनीतिक हलचल-मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बने आठ माह हो चुके है।लेकिन आठ माह में अलग अलग गुट साफ नजर आ रहे है।पहले मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री की जंग थी सरकार बनाने के बाद भी मुख्यमंत्री में भी गुट बाजी साफ नजर आई।
एक बार फिर मध्य प्रदेश में पीसीसी चीफ को लेकर कांग्रेस कई गुटों में बंट गई है. प्रदेश नेतृत्व की कमान को लेकर गुटबाजी चरम पर है।. ऐसे में मध्य प्रदेश में कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला भी अटक गया है. बता दें कि सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब दिग्विजय सिंह का गुट भी प्रदेश में सक्रिय हो गया है.
एक बार फिर मध्य प्रदेश में पीसीसी चीफ को लेकर कांग्रेस कई गुटों में बंट गई है. प्रदेश नेतृत्व की कमान को लेकर गुटबाजी चरम पर है।. ऐसे में मध्य प्रदेश में कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला भी अटक गया है. बता दें कि सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब दिग्विजय सिंह का गुट भी प्रदेश में सक्रिय हो गया है.
पार्टी नहीं तय कर पा रही पीसीसी चीफ का नाम -प्रदेश में कांग्रेस के नेतृत्व की लड़ाई तेज हो गई है. पीसीसी चीफ को लेकर कांग्रेस अब तक सिर्फ दो गुटों में बंटी हुई थी, लेकिन अब तीसरा गुट यानी दिग्विजय सिंह भी मैदान में आ गए हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हार के बाद कांग्रेसियों में उत्साह भरने के लिए कांग्रेस को अब नए नेतृत्व का इंतजार है, लेकिन इस बीच नेताओं में मची खींचतान के कारण पार्टी पीसीसी चीफ का नाम तय नहीं कर पा रही है.
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक अपने नेता के समर्थन में कार्यकर्ता लॉबिंग करने में जुटे हैं. अब तक ये माना जा रहा था कि कांग्रेस में कमलनाथ के पंसदीदा चेहरे को दिग्विजय का साथ मिलेगा, लेकिन सीएम कमलनाथ के दिल्ली दौरे और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के पार्टी हाईकमान को सिंधिया के नाम को आगे बढ़ाने की खबरों के बाद दिग्विजय खेमा सक्रिय हो गया है. अब दिग्गी खेमा अजय सिंह और मंत्री गोविंद सिंह के नाम के साथ अपनी दावेदारी पेश कर रहा है.
इधर, सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस की कमान नहीं सौंपे जाने पर सिंधिया समर्थक मंत्री और नेता ने पार्टी से इस्तीफा देने की चेतावनी दी है. वहीं कमलनाथ समर्थक ये साफ कर चुके हैं कि पीसीसी चीफ वो चेहरा होगा जो मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ बेहतर तालमेल के साथ पार्टी को चला सके. इसके लिए कमलनाथ के करीबी बाला बच्चन परफेक्ट चेहरा होंगे.
पीसीसी चीफ को लेकर मची खींचतान के बीच प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने दिल्ली में पार्टी हाईकमान को संभावित नामों की सूची सौंपी है. इसमें सिंधिया का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है. बहरहाल, लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके कमलनाथ अभी भी दोहरी जिम्मेदारी में हैं. वहीं प्रदेश में पार्टी के दिग्गज नेताओं के बीच पीसीसी चीफ के पद को लेकर मची खींचतान से पार्टी हाईकमान भी परेशान है. यही कारण है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी पार्टी पीसीसी चीफ का नाम तय नहीं कर पा रही है.