अशोकनगर-परोपकार करते करते कभी थकना नहीं है। आप देखते हैं दूसरों के हित के लिए हमेशा सजग रहना। हमें बच्चों को संभालते हुए कभी थकना नहीं है। यह बात सुभाषगंज पर पाठशाला संगाेष्ठी को संबोधित करते हुए मुनिश्री प्रशांत सागर जी महाराज ने कही।
मुनिश्री ने कहा कि आज न शुद्ध दूध मिल रहा न घी। गोपाल कृष्ण की धरती पर नकली दूध, घी धड़ल्ले से चल रहा है। जब देश आजाद हुआ था तो सवा अरब पशु थे और आबादी 35 करोड़ थी। आज उल्टा हो गया। आबादी तो सवा अरब हो गई और पशु की संख्या 35 करोड़ रह गई। दूध कहां से आए। हम गायों के पालन पर ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने कहा अहंकार के साथ किया गया नमन भी फल को प्राप्त नहीं होता। आज बच्चों का भविष्य माता पिता के अहंकार की भेंट चढ़ रहा है। माता पिता को अपनी महत्वाकांक्षा बच्चों पर नहीं थोपना चाहिए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
मुनिश्री ने कहा कि आज न शुद्ध दूध मिल रहा न घी। गोपाल कृष्ण की धरती पर नकली दूध, घी धड़ल्ले से चल रहा है। जब देश आजाद हुआ था तो सवा अरब पशु थे और आबादी 35 करोड़ थी। आज उल्टा हो गया। आबादी तो सवा अरब हो गई और पशु की संख्या 35 करोड़ रह गई। दूध कहां से आए। हम गायों के पालन पर ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने कहा अहंकार के साथ किया गया नमन भी फल को प्राप्त नहीं होता। आज बच्चों का भविष्य माता पिता के अहंकार की भेंट चढ़ रहा है। माता पिता को अपनी महत्वाकांक्षा बच्चों पर नहीं थोपना चाहिए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

