राजनीतिक हलचल-अपने श्रीमंत ने हार के कारणों की समीक्षा करी हो या नहीं करी हो, लेकिन यह तय है कि वह अपने नवरत्नों की मनमानी , आतंक व घमंड की वजह से लोकसभा का चुनाव हारे। श्रीमंत वैसे लाख गुना बेहतर हैं, वह लीडरशिप से भरपूर हैं और लोगों से उनका आत्मिक रिश्ता है।
लेकिन श्रीमंत को यह भी देखना होगा कि उनके नवरत्न क्षेत्र की जनता ,कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। यही व्यवहार ही इस बार श्रीमंत की मतदाताओं से दूरी करा गया। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार
लेकिन इस सबमें सबसे बडा कारण सुपर श्रीमंत पाराशर हैं, लोगों से सुपर श्रीमंत पाराशर का घमंड वाला व्यवहार आज भी दुखती रग को छेड़ देता है। लेकिन सुपर श्रीमंत ने श्रीमंत का सबसे बडा नुकसान जरूर करा दिया। सुपर श्रीमंत का श्रीमंत की हार के बाद भी इतना जलवा है।
ऐसा पहली बार हुआ है कि इस लोकसभा में श्रीमंत स्वयं या उनका कोई प्रतिनिधि भी चुनकर नहीं पहुंचा। एक प्रतिनिधि पहुंचा भी , लेकिन वह भी श्रीमंत को हराकर ही पहुंचा।
लेकिन श्रीमंत को यह भी देखना होगा कि उनके नवरत्न क्षेत्र की जनता ,कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। यही व्यवहार ही इस बार श्रीमंत की मतदाताओं से दूरी करा गया। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार
लेकिन इस सबमें सबसे बडा कारण सुपर श्रीमंत पाराशर हैं, लोगों से सुपर श्रीमंत पाराशर का घमंड वाला व्यवहार आज भी दुखती रग को छेड़ देता है। लेकिन सुपर श्रीमंत ने श्रीमंत का सबसे बडा नुकसान जरूर करा दिया। सुपर श्रीमंत का श्रीमंत की हार के बाद भी इतना जलवा है।
ऐसा पहली बार हुआ है कि इस लोकसभा में श्रीमंत स्वयं या उनका कोई प्रतिनिधि भी चुनकर नहीं पहुंचा। एक प्रतिनिधि पहुंचा भी , लेकिन वह भी श्रीमंत को हराकर ही पहुंचा।

