करेली -धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा ग्रंथों के अनुसार नरको का वर्णन किया है और बताया कि नंगे पाव पृथ्वी पर टहलना चाहिए ताकि उन्हें भी ऊर्जा शक्ति मिल सके।
उन्होंने कहा नंगे पैर चलना बहुत लाभदायक होता है इससे एक्युप्रेशर होने से शरीर और स्वास्थ्य को लाभ होता है। कंकड़ पत्थर के माध्यम से उपचार होता है। इसलिए भवनों मे और मंदिरों में नंगे पैर जाने का प्रयास करना चाहिए।
मुनि श्री ने 500 से ज्यादा हाईको लिखे
इस अवसर पर हाईको चित्र प्रतियोगिता सम्पन्न हुई, जिसमे भक्तों ने विभिन्न तरीके के चित्र बनाए । ज्ञात रहे कि हाईको जापानी छद की कविता है। मुनि श्री ने 500 से ज्यादा हाईको लिखे है। इन्ही हाईको के आधार बनाकर लोगो ने चित्र बनाए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी
उन्होंने कहा नंगे पैर चलना बहुत लाभदायक होता है इससे एक्युप्रेशर होने से शरीर और स्वास्थ्य को लाभ होता है। कंकड़ पत्थर के माध्यम से उपचार होता है। इसलिए भवनों मे और मंदिरों में नंगे पैर जाने का प्रयास करना चाहिए।
मुनि श्री ने 500 से ज्यादा हाईको लिखे
इस अवसर पर हाईको चित्र प्रतियोगिता सम्पन्न हुई, जिसमे भक्तों ने विभिन्न तरीके के चित्र बनाए । ज्ञात रहे कि हाईको जापानी छद की कविता है। मुनि श्री ने 500 से ज्यादा हाईको लिखे है। इन्ही हाईको के आधार बनाकर लोगो ने चित्र बनाए।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी

