स्वस्ति धाम प्रणेता आर्यिका 105 स्वस्ति भूषण माताजी के50 वेअवतरण दिवस कुछ भाव भीनी विनयांजलि



ज्योति पूज की धारी गुरु मा स्वस्ति भूषण हमारी
जिनधर्म गौरव उहच्चा करती गुरु माँ हमारी
  सयम त्याग की प्रतिमूर्ति गुरु मा हमारी नमति जिन्हे दुनिया सारी
जिनशासन जिनकी  अनुपम  तीर्थ की प्रेरणा आशीष का आभारी
जी हा स्वस्तिधाम जहाजपुर वह रचना है प्यारी
49 वे अवतरण दिवस पर यह भावना हमारी  रत्नत्रय सयम और वृद्धिगत हो यह भावना हमारी
        माताजी के चरणों मे शत शत वन्दामी
   द्वारा अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी

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