चमत्कार जी-गणिनी प्रमुख आर्यिका श्री विशुद्धमति माताजी की पुरानी पिच्छिका h संघस्थ ब्रह्मचारी अदिति दीदी को मिली जब दीदी द्वारा दो प्रतिमा व्रत का निवेदन किया जो शब्द और भाव उनके थे वह सचमुच गदगद करने वाले थे अदिति दीदी ने अल्प उम्र मे पूर्व मे कोटा मे 8 मार्च को कोटा मे गुरु माँ के स्वर्णिम दीक्षा महोत्सव पर आजीवन ब्रहम्चर्य व्रत लिया था साथ ही 2 प्रतिमा व्रत लिया था तब उनका निवेदन पूरे विश्व को भावुक कर गया था और रविवार को माताजी से एक प्रतिमा का और व्रत का निवेदन किया यह कोमल पिच्छि पूर्व मे चाहिये थी आज भी चाहिये आप माताजी 3 प्रतिमा व्रत कर मेरा संस्कार कीजिये और मूझे क्रतार्थ कीजिये यह निवेदन इतना भावुक कर देने वाला था सभी की आंखे नम कर गया और सारा मंच तालियो की गूंज से गूंज उठा था संयम पथ पर अदिति ने एक पायदान और पाया जो आज की युवा शक्ति को एक नव प्रेरणा प्रदान करता है
कामना करता हु आपकी साधना और बलवती हो
अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी की यह रिपोर्ट