योगेन्द्र जैन पोहरी-सरकार बदली तो अधिकरी व कर्मचारी भी अपनी मनमानी में उतारू हो गए है ।ऐसा ही नजर पोहरी क्षेत्र में देखने को मिल रहा है जहाँ पर बिजली विभाग के अधिकरियों की मनमानी चरम सीमा पर है जिस भाजपा राज्य में जनता को बिजली के बिल के झटके कभी कभी लगते थे लेकिन कमलनाथ सरकार में तो रोज ही बिल के झटके दिए जा रहे है जिस गरीबों को 100 रुपए बिल आ रहा था लेकिन सरकार बदली तो उन्हीं गरीबो का कब एक हजार से लेकर दो हजार तक का बिल पोहरी के अधिकरियों द्वारा थमाया जा रहा है लेकिन गरीबो की आवाज को लेकर पोहरी जनपद उपाध्यक्ष अरविंद चकराना पूर्व के केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलकर पोहरी क्षेत्र की गरीब जनता की पीड़ा से अवगत करते हुए सिंधिया को एक पत्र सौपा जिसमे बिजली विभाग द्वारा गरीब जनता को मनमाने बिल दिए जाने एव अतिक्रमण करियो के खिलाफ कार्रवाई न करते हुए गरीबो के खिलाफ कार्रवाई की जाने के बारे मे भी पूर्व सांसद सिंधिया को अवगत कराया गया। पोहरी क्षेत्र की बात करे तो बिजली विभाग के अधिकरियों व कर्मचारियो की मनमानी चरम सीमा है बिल सुधार के लिए जब ऑफिस जाते है तो अधिकारी धमकी तक भी जनता को दे देते है कि बिल जमा करो नही तो केस कर जेल भेजवा दुगा । इसी समस्या को लेकर जनपद उपाध्यक्ष अरविंद चकराना ने पर जिले के प्रभारी मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर से भी मुलाकात कर जनता की इस गभीर समस्या से अवगत करते हुए बताया कि जनता मनमाने बिजली के बिल से परेशान है आंकलित खपत के साथ जनता को बिजली का झटका दिया जा रहा है।
जेब मे लेकर चलते है अपना इस्तीफा-देखिए कमलनाथ सरकार में अधिकरियों का जलवा की जनप्रतिनिधियों भी उन से डरते है ऐसा ही नजर अब पोहरी नगर के बिजली विभाग के सुपरबाईजर का देख सकते है जब गरीब जनता बिल सुधार करने के लिए कार्यालय जाती है तो बोलते है कि बिल जमा करो सही आया है नही तो फिर जेल में भरना ।यदि कोई जनप्रतिनिधियों से शिकायत की बात करता है तो महोदय के शव्द सुनकर जनता भी चुप हो जाती है कि जनप्रतिनिधियों क्या करेगा व पांच साल के लिए है मेरा ट्रांसफर करवा सकता है और चौबीस घण्टे जेब मे इस्तीफा लेकर घूमता है अभी तक बहुत ट्रांसफर हो गए है ऐसे जनप्रतिनिधि तो आते जाते है बिल जमा करो या जेल भेजूं ऐसा ही छर्च क्षेत्र के अधिकरी व कर्मचारियो का क्षेत्र में जलवा है
लेकिन गरीब जनता ने अब देख लिया कि कमलनाथ सरकार द्वारा गरीबों के साथ कितना अन्याय कर बिजली विभाग द्वारा मनमाने बिल थमाया जा रहा है
आंकलित खपत के ऊपर बिजली का झटका-पोहरी क्षेत्र में जनता के साथ अन्याय का खेल बिजली विभाग के अधिकरियों द्वार कैसा खेला जा रहा है इसका उदाहरण पोहरी क्षेत्र में देखने को मिल सकता है लगातार आंकलित खपत देकर फिर बिजली का बिल यूनिट का थम दिया जाता है लेकिन जब कोई सुधार करवाने के लिए जाता है तो बोलते है कि सही है लेकिन जब आंकलित खपत की बात होती है तो बोलते है 300 यूनिट बिल आ है चलो दो माह की आंकलित खपत में दो सौ रुपय कम कर दो । जब बिल 300 यूनिट का है और दो यूनिट का 200 रुपए कम तो उपभोक्ता से बोला जाता है कि 100 यूनिट पर 100 रुपए तो दो माह के 200 यूनिट पर 200 रूपये कम हो गए लेकिन उसका बिल तो दो हजार आया है यदि उसका यूनिट से हर माह बिल आता तो उसके 300 रुपए ही बिल आता लेकिन आंकलित खपत से वो दो हजार हो गया है इस प्रकार से जनता के साथ लूट बिजली विभाग द्वारा की जा रही है