मुरैना- मध्यप्रदेश में अल्पमत से चल रही कांग्रेस सरकार पर फिर मुसीबत के बादल मंडरा रहे हैं, कांग्रेस सरकार बहुमत से महज़ 2 कदम पीछे है ऐसे में भाजपा के बार बार सरकार गिराने की धमकी से कांग्रेस डरी सहमी रहती है । हाल ही में जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन हो गया है,वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे,उनके निधन के बाद सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 रह गई है । ऐसे में कांग्रेस के लिए ये सीट जितना अति आवश्यक है और सत्ता के लालायित भाजपा भी इस सीट के लिए पुरजोर लगाएगी । आज़ादी के बाद भाजपा को सिर्फ एक बार ही जीत मिली है 2013 में सूबेदार सिंह रजौधा यहाँ से जीतकर विधानसभा पहुँचे थे लेकिन सूबेदार को लेकर क्षेत्र में इस कदर नाराजगी थी कि 2018 में न केवल चुनाव हारे बल्कि तीसरे नम्बर पर रहकर बसपा से पिछड़ गये । बनवारी लाल यहां से 1993,2013 और 2018 में कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड़े और 2018 में जीत दर्ज की, बसपा का यहाँ अच्छा जनाधार है बसपा के मनीराम धाकड़ 2008 में विधायक बने तो 2018 में दूसरे नंबर पर रहे ।
भाजपा - कांग्रेस की निगाहें जौरा पर
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Friday, December 27, 2019
मुरैना- मध्यप्रदेश में अल्पमत से चल रही कांग्रेस सरकार पर फिर मुसीबत के बादल मंडरा रहे हैं, कांग्रेस सरकार बहुमत से महज़ 2 कदम पीछे है ऐसे में भाजपा के बार बार सरकार गिराने की धमकी से कांग्रेस डरी सहमी रहती है । हाल ही में जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन हो गया है,वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे,उनके निधन के बाद सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 रह गई है । ऐसे में कांग्रेस के लिए ये सीट जितना अति आवश्यक है और सत्ता के लालायित भाजपा भी इस सीट के लिए पुरजोर लगाएगी । आज़ादी के बाद भाजपा को सिर्फ एक बार ही जीत मिली है 2013 में सूबेदार सिंह रजौधा यहाँ से जीतकर विधानसभा पहुँचे थे लेकिन सूबेदार को लेकर क्षेत्र में इस कदर नाराजगी थी कि 2018 में न केवल चुनाव हारे बल्कि तीसरे नम्बर पर रहकर बसपा से पिछड़ गये । बनवारी लाल यहां से 1993,2013 और 2018 में कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड़े और 2018 में जीत दर्ज की, बसपा का यहाँ अच्छा जनाधार है बसपा के मनीराम धाकड़ 2008 में विधायक बने तो 2018 में दूसरे नंबर पर रहे ।
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