शिक्षकों पर मेहरवान नाथ



ग्वालियर। राज्य की कमलनाथ सरकार आजकल प्रदेश के शिक्षकों पर मेहरबान हो गई है। प्रदेश के लगभग २८ हजार शिक्षकों के तबादले उनकी पसंद के अनुसार कर दिये गये हैं। अभी भी लगभग पचास हजार से अधिक ऑन लाइन आवेदन वाले शिक्षक अपने तबादलों की बॉट जोह रहे हैं। 
ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई भी राज्य सरकार शिक्षकों के प्रति उदार भाव से कार्य कर रही है। शिक्षकों के भारी संख्या में हुये तबादलों से शिक्षक राज्य की कमलनाथ सरकार से बेहद प्रसन्न हैं। हालांकि शुरू में शिक्षकों के तबादलों को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी  जरूर नराज थे, वह चाहते थे कि सभी शिक्षकों के तबादले के अधिकार केवल उनके पास ही रहें।  लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत स्कूल व शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी के बीच तालमेल बिठाकर उन सभी शिक्षकों के स्थानान्तरण करने के आदेश दिये हैं , जिनके पास स्थानान्तरण चाहने के वैध कारण हैं। 
स्वयं आयुक्त लोक शिक्षण ने शिक्षकों के आदेश अपनी गहन देख रेख में पूरी पारदर्शिता से जारी कराये हैं, जिससे स्कूली शिक्षकों में बेहद हर्ष है, और वह राज्य सरकार के प्रति आभारी की भूमिका में हैं। सबसे प्रमुख बात यह है कि स्कूली शिक्षकों के तबादलों में रिक्त स्थान की उपलब्धता को देखकर ही आर्डर जारी किये गये हैं, जिससे शिक्षकों को अपना संबंधित स्थान पर पसंदीदा स्कूल चुनने की भी स्वतंत्रता मिली है। 
इसमें बडी खासियत यह है कि इसके कारण स्कूली शिक्षकों के तबादलों में गलतियां नहीं हुई है। प्रत्येक शिक्षक को अपने चाहे गये स्थान या उसके विकल्प में भरे गये स्थान पर पोस्टिंग मिली है। इससे शिक्षक बेहद खुश हैं। और मुख्यमंत्री कमलनाथ के स्तुतिगान में आजकल वह कतई पीछे नहीं हैं, जबकि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में शिक्षक सबसे ज्यादा परेशान रहते थे, भोपाल के चक्कर बार-बार लगा०कर उनका दम निकल जाता था। 
अब शिक्षकों को ऑन लाइन आवेदन में बिना किसी खर्चे व बिना दलाली के अपना मनपसंद स्थान पर पोस्टिंग मिल रही है। इसी कारण जब प्रदेश के अन्य विभागों में अब तक हुए तीस हजार तबादलों पर सरकार को विपक्ष घेर रहा है तब शिक्षकों के मामले में कमलनाथ सरकार की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।
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