तालेड़ा -आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा इंटरनेट युवा पीढ़ी के लिए जहर है। बच्चो को इंटरनेट के उपयोग में सावधानी बरतनी होगी। परिवार वाले भी इसका ध्यान रखे। उन्होंने कहा प्री वेडिंग से महिलाओं का मान सम्मान खत्म हुआ है और महिलाओं के चारित्र पर आघात पहुंचा है महिलाओं और पुरुष को अपनी मर्यादा रखते हुए महिला संगीत के नाम पर हो रहे समाज विरोधी कार्यकर्मों को बंद करना चाहिए। महिला संगीत में सिर्फ महिलाओ का ही दखल हो। उन्होंने यह उदगार दैनिक भास्कर से विशेष चर्चा के दौरान कहे
विदेश नही भेजे पढ़ाई करने
आचार्य श्री ने कहा बच्चो को व्यापार से जोडे बच्चो को विदेश नही भेजे कक्षा 12 की पढ़ाई तक बच्चा अगर माता पिता के साथ रहेगा तो संस्कारित होगा बच्चो का ज्यादातर समय टीवी, इंटरनेट पर बीतने के कारण वह दादा दादी नाना नानी वह माता पिता से सँस्कार नही ले पा रहे है वही फ़ास्ट फ़ूड से बच्चो की सेहत खराब हुई है।
नागरिकता कानून में एहतियात जरूरी
नागरिकता कानून के विवाद पर आचार्य श्री ने कहा कि घुसपैठ राष्ट्र के लिए घातक है। इसे रोकने के लिए नागरिक कानून जरूरी है लेकिन देश की धर्मनिरपेक्षता एकता व अखण्डता को आंच आए बिना नागरिकता कानून लाना चाहिए। केंद्र सरकार को नागरिकता कानून पर एहतियात बरतनी होगी और नागरिकता कानून का विरोध करने वालो भारतीयों को देश हित में सोचना पडेगा।
माता पिता की बच्चो की दूरी तलाक का मुख्य कारण
आचार्य श्री के अनुसार तलाक के मामले बढने से समाज मे बिखराव आया है। महिलाओं की अस्मिता खतरे में होने के साथ नारी का सम्मान खत्म होने लगा है। परिवार में मुखिया की भूमिका लुप्त होने के बाद तलाक के मामले बढ़े है। माता पिता से बच्चो की दूरी तलाक का मुख्य कारण है। आने वाली युवतियों मे परिवार से अलग रहने की जो सोच जन्म ले रही है वह महिलाओं के लिए घातक है।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमण्डी