राजनीति - सूबे में कोरोना की हाहाकार के बीच राजनीतिक ऊहापोह मची है,भाजपा मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कशमकश में है तो कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष को लेकर मंथन कर रही है । तमाम दावेदारों के बीच एक नाम उभरकर सामने आया है वो पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव का नाम है,यादव कमलनाथ सरकार में पशुपालन मंत्री रहे है और दिग्विजय सिंह के साथ कमलनाथ से भी अच्छी पटरी बैठती है ।
आने वाले समय में मध्यप्रदेश में उपचुनाव भी होना है ऐसे में नेता प्रतिपक्ष का चयन भी इसे ध्यान में रखकर किया जाएगा । ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर क्षेत्र में कांग्रेस के सर्वमान्य नेता थे लेकिन उनके भाजपा में जाने के बाद उनके समर्थक भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं,इसी स्थिति में कमजोर कांग्रेस को बल देने और अंचल में सिंधिया को जवाब देने लाखन सिंह यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है,यादव वरिष्ठ नेता होने के साथ ही पिछड़ा वर्ग से आते हैं और उपचुनाव में अधिकतम सीटें इसी अंचल में है और यादव के नेता प्रतिपक्ष बनने से कांग्रेस को फायदा मिलेगा,हालांकि इसी क्षेत्र से पूर्व सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह का नाम भी नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में शामिल है ।