पोहरी। मध्यप्रदेश में 15 माह बाद ही कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद 24 सीटों पर उपचुनाव का बिगुल बजने वाला है सभी प्रत्यासी अपने अपने क्षेत्र में कोरोना के बीच ही सक्रिय है।
यह उपचुनाव कुछ नेताओं के लिए अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है क्योंकि इस चुनाव के बाद कई नेताओं की नेतागिरी पर ही खतरे के बादल छा सकते हैं।
इस बार पोहरी क्षेत्र की नजर पोहरी विधानसभा के 2018 के चुनाव में दूसरे नम्बर पर रहे हाथी के साथी पर है क्योंकि जो जानकारी सामने आ रही है कि इस बार हाथी वाले नेताजी हाथ के साथ पोहरी से विधानसभा का उपचुनाव लड़ सकते है।
हाथी की सवारी करने वाले कैलाश कुशवाह बसपा और कुशवाह वोट बैंक को बुनाने के लिए भाजपा से बागी हुए, लेकिन इस बार वो हाथी का साथ छोड़ हाथ के साथ विधानसभा जाने की तैयारी कर रहे है। हाथी पर सवार होकर आए नेताजी का साथ जनता ने खूब दिया।
लेकिन अब देखना होगा कि हाथ के साथ आने के बाद हाथ वाले कार्यकर्ता व विधानसभा का चुनाव लड़ना की सोच रहे नेता हाथी से हाथ मे आ रहे नेताजी का कितना साथ देते है।