योगेन्द्र जैन पोहरी। सोशल मीडिया पर 15 जून से लॉकडाउन की एक अफवाह तेजी से वायरल हुई। यह अफवाह पोहरी में गुटखा व्यापारियों के लिए कोई वरदान से कम साबित नहीं हो रही है। बिमल और राजश्री गुटखा के व्यापारियों द्वारा खुलेआम माल की किल्लत बताकर दुकानदारों को निर्धारित दरों से तीन गुना अधिक पर पैकिटों का विक्रय किया जा रहा है। यदि कोई दुकानदार इसके बिल की मांग करता है तो व्यापारी द्वारा तल्ख लहजे में बोला जाता है लेना हो तो लो, वरना चलते बनो। परिणामस्वरूप बाजार में दुकानदार 10 रुपए के पाउच को 40 रुपए में बेच रहे हैं और गुटखा के आदी हो चुके लोग मजबूरी में लुटने को बेवश हैं। प्रशासन द्वारा जिस तरह से अनदेखी की जा रही है यदि यह कहें कि करोड़ों के इस कारोबार को प्रशासन की सरपस्ती में अंजाम दिया जा रहा है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी क्योंकि प्रशासन की शह के बिना इस प्रकार लोगों को दिनदहाड़े लूटना संभव नहीं है। सूत्रों की मानें तो इन गुटखा व्यापारियों द्वारा लॉकडाउन में प्रशासन के अधिकारियों की जेबें गर्म कर दी हैं यही वजह है कि यह मूकदर्शक की भूमिका निभा रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन हरकत में आता है या फिर यूं ही खुली लूट को दर्शक बनकर देखता रहेगा।
