बांसवाड़ा-हाउसिंग बोर्ड दिगंबर जैन मंदिर में आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज ने प्रवचन में केरल में हथिनी की मौत की कड़े शब्दों मे घोर निंदा की। आचार्यजी ने कहा कि एक गर्भवती हथिनी जिसका 18 महीने का गर्भ था, जो भोजन कि तलाश में जंगल से निकलती है। जिससे अपने जीवन के साथ अपने पेट में पल रहे बच्चे को भी पालना है। हथिनी भोजन के लिए निकलती है। लेकिन कुछ हैवानियत करने वाले व्यक्तियो व उत्पात मचाने वाले लोगों ने हथिनी को अनानास में विस्फोटक खिला दिया। आचार्य जी ने कहा कि वह नादना हथिनी उस विस्फोट सामग्री को भी खा जाती है। फिर वह विस्फोटक फट जाता है। उसका मुख जल जाता है। तीन दिनों तक पानी में खड़ी रहती है और उसके बाद अपने प्राणों का विसर्जन कर दिया करती है। जिन्होंने यह दुष्कर्म किया है। हैवानियत की सारी हदें पार कर दी है। भोजन मांग और विस्फोटक खिला दिया।
केरल तो देश में सबसे ज्यादा शिक्षित है फिर वहां सबके सामने ऐसी घटना कैसे हो गई
आचार्य गुरुवर ने कहा कि राम, बुद्ध का यह देश आज शर्मिंदा है। हमें आज सांसें लेते हुए भी शर्म आ रही है। ऐसी बर्बरता से उन लोगों क्या मिला है। क्या हासिल कर लिया उन लोगों ने एक जीव को तड़फा तड़फा कर मार देने से। केरल तो देश में सबसे ज्यादा शिक्षित है फिर वहां सबके सामने ऐसी घटना कैसे हो गई। जिस दिन हमारे साथ ऐसी घटना होगी तब पता चलेगा कि दर्द क्या होता है। आचार्य जी ने कहा कि चाहे केंद्र सरकार हो या फिर राज्य सरकार ऐसे लोगों के सबक सिखाया जाना चाहिए। जिससे कि कोई दुबारा ऐसी हरकत ना कर सके।
ऐसी घटनाये दिल को दहला देती है कह गयी आज सवेदनाये मै कहना चाहता हु ये नेतिकता का हनन है और संस्क्रती पर करारा व्रजपात है
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
