राजनीतक हलचल: बहुत कम लोगों को पता होगा कि उपनगर ग्वालियर के सर्वाधिक लोकप्रिय कांग्रेस नेता सुनील शर्मा का टिकट 2018 में फायनल हो गया था। लेकिन ऐन वक्त पर उनका टिकट काटकर प्रद्युम्र सिंह तोमर को दे दिया गया था। बाद में प्रद्युम्र सिंह चुनाव जीते और राज्य में मंत्री भी बने। लेकिन सत्ता पलट कार्यक्रम में तोमर सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गए और एक बार फिर शिवराज सरकार में मंत्री हैं I
लेकिन जिस वायदे के साथ युवा तुर्क सुनील शर्मा का टिकट काटा गया था वह आज पूरा होता दिख रहा है। आज संभावित उम्मीदवारों की सूची में ग्वालियर से अकेले सुनील शर्मा का ही नाम है I कांग्रेस आलाकमान ने वायदा किया था कि सुनील का कद किसी मंत्री से कम नहीं होगा , लेकिन 15 महीने के शासन में कांग्रेस नेता सुनील शर्मा की ताजपोशी नहीं हो सकी । पहले उनकी मेला से लेकर साडा, जीडीए तक में अध्यक्ष पद पर बात चली, लेकिन उन्हें पद नहीं मिल सका । जबकि वह श्रीमंत के सबसे खास कांग्रेस नेताओं में शुमार थे, उनके पास आज ग्वालियर अंचल में कार्यकर्ताओं का सबसे लंबा फौज फांटा है और शोसल मीडिया पर वह सबसे ज्यादा लोकप्रिय कांग्रेस नेता है, उनको लोग लीडर के रूप में देखना चाहते हैं, अब उनकी और उनके साथियों की तमन्ना पूरी होती दिख रही है I
