शिवपुरी : आगामी विधानसभा उपचुनाव में 27 सीटों पर जोर आजमाइश होना है इसके लिए चुनावी चकल्लस जारी है, हर विधानसभा का अपना एक अलग ही गणित है, जिसमें जिले की करैरा विधानसभा सीट भी शामिल है I 2008 से अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित करैरा सीट पर दलित समाज का वोट बैंक लगभग पचास हजार से भी अधिक का अनुमान है, इसके बाद यदि जातिगत वोट बैंक पर ध्यान दें तो रावत समाज का वोट बैंक है जो कि करीब तीस हजार है लेकिन आरक्षित सीट होने के कारण अन्य वर्ग से यहाँ कोई दावेदारी नहीं करता है I दलित वोट बैंक के सहारे राजनीति करने वाली बहुजन समाज पार्टी का यहाँ अच्छा खासा वोट बैंक है और भाजपा और कांग्रेस के गणितीय समीकरण बिगाड़ने के लिए उसका चुनावी मैदान में होना ही काफी है I
इस सीट पर सिंधिया परिवार का दबदबा है, सिंधिया समर्थक जसवंत जाटव 2018 में यहाँ से कांग्रेस से विधायक बने लेकिन सत्ता की उलट फेर में जसवंत जाटव कांग्रेस छोड़ सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गए, और आगामी उपचुनाव के लिए जसवंत जाटव ही भाजपा के संभावित प्रत्याशी होंगे I बसपा ने भी अपने पत्ते खोल दिए है और राजेंद्र जाटव को उम्मीदवार बनाया है, प्रागीलाल पिछले दो चुनावों में बसपा से करीब चालीस हजार वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे लेकिन अब वे कांग्रेसियों में शामिल हो गए हैं I अब अटकलें लगाई जा रही है कि प्रागीलाल जाटव ही कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी होंगे लेकिन अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी I जसवंत जाटव के भाजपा में शामिल होने से भाजपा का एक धड़ा नाराज दिखाई दे रहा है क्योंकि वो वर्षों से भाजपा का झंडा उठाकर मेहनत कर रहा है I
