पोहरी: उपचुनाव की बेला पूरी तरह से नजदीक है और भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी तीनों ने ही अपनी कमर कस ली है । भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तो पहले से ही निश्चित है केवल आगर और जौरा विधानसभा सीट को छोड़कर लेकिन अन्य दलों से बसपा और कांग्रेस लगातार अपने प्रत्याशी चयन पर मंथन कर रही है । कांग्रेस ने 15 सीटों पर तो बसपा ने 8 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं ।
इस्तीफे के बाद खाली हुई पोहरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है ऐसे में सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ इस सीट से भाजपा समर्थित प्रत्याशी होंगे और वहीं बसपा ने अपने पूर्व में प्रत्याशी रहे कैलाश कुशवाह पर भरोसा जताया है । लेकिन कांग्रेस अब असमंजस में हैं किसी भी तरह से कांग्रेस इस सीट को छोड़ना नहीं चाहती है। 2018 की बात करें तो यहां धाकड़ वर्सेस धाकड़ के बीच चुनाव हुआ था जिसमें कांग्रेस के सुरेश धाकड़ चुनाव जीते और भारतीय जनता पार्टी के प्रह्लाद भारती तीसरे नंबर पर रहे हैं दूसरे नंबर पर कैलाश कुशवाह रहे थे लेकिन अब एक बार फिर कांग्रेस धाकड़ वर्सेस करने की तैयारी में है ,जिसको लेकर मंथन जारी है और इसमें कांग्रेस की ओर से प्रदुमन वर्मा जनपद अध्यक्ष पोहरी, तथा इंजीनियर शिशुपाल वर्मा का नाम शामिल है लेकिन कांग्रेस इंजीनियर वर्मा के नाम पर विचार कर सकती है क्योंकि युवा चेहरा होने के साथ-साथ निर्विवाद चेहरा भी है यदि कांग्रेस इस चेहरे पर विश्वास कर सकती है यदि कांग्रेस शिशुपाल वर्मा को टिकट देती है क्योंकि शिशुपाल वर्मा का जनाधार इस क्षेत्र में बहुत अधिक है विगत कई साल से क्षेत्र में सक्रिय हैं और लगातार कांग्रेस का झंडा उठाकर कांग्रेस के लिए पसीना बहा रहे हैं
