केन्द्रीय जेल स्थित हथकरघा केंद्र में अनुशासन और क्रियाशीलता देखकर मैं निःशब्द हूँ- श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया



शिवपुरी- 
जेल के अंदर ऐसा अनुशासन क्रियाशीलता देखकर मैं निःशब्द हूँ। उक्त वक्तव्य युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने सागर के केन्द्रीय जेल पहुँच कर वहाँ कैदियों द्वारा संचालित किए जा रहे विद्यासागर हथकरघा केंद्र का निरीक्षण के दौरान दिये। उन्होंने कहा कि जेल में कैदियों द्वारा संचालित किया जा रहा कार्य अन्य जेलों के लिए भी अनुकरणीय है।
निरीक्षण के दौरान श्रीमती सिंधिया ने वहाँ उपस्थित हथकरघा से वस्त्र बनाने वाले कैदियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक मनुष्य में कुछ अच्छाइयाँ और कुछ कमियां होती हैं। कई बार उन कमियों के कारण मनुष्य गलती कर बैठता है। परंतु प्रत्येक व्यक्ति को सुधार का मौका मिलना चाहिए। मौका मिलने पर व्यक्ति स्वयं में सकारात्मक परिवर्तन लाकर न केवल खुद के लिए बल्कि समाज के लिए भी अच्छा कार्य कर सकता है।
मंत्री श्रीमती सिंधिया ने निरीक्षण के दौरान हथकरघा केंद्र की प्रणेता सुश्री रेखा जैन से हथकरघा के बारे मैं बारीकी से जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि सागर केन्द्रीय जेल के अंदर परिसर में स्थापित हथकरघा केंद्र में प्रशिक्षित कैदियों द्वारा हैंडलूम मशीन पर विभिन्न प्रकार के वस्त्रों का निर्माण किया जाता है। इन वस्त्रों की बिक्री के लिए सद्भावना विक्रय केंद्र बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन के फलस्वरूप किए जा रहे हथकरघा कार्य को और आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि यह साधु साध्वियों की तपस्या का ही परिणाम है कि जेल परिसर मैं इतनी सकारात्मक ऊर्जा का एहसास हो रहा है।
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