मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी गांव में प्रकाश की व्यवस्था करने के लिए अटल ज्योति योजना का शुभारंभ किया था ,इस योजना के तहत प्रदेश के कोने-कोने में प्रत्येक गांव को बिजली व्यवस्था देना था और सरकार लगभग हर गांव को यह सुविधा देने में कामयाब भी रही, लेकिन मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की जौरा विधानसभा क्षेत्र में ग्राम कुसमानी गांव आज भी इस योजना से अछूता है ऐसा नहीं है कि इस गांव में अटल ज्योति योजना के तहत बिजली व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई हो लेकिन यह योजना भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गई ।
योजना के तहत गांव में बिजली के खंभे और तार के साथ-साथ ट्रांसफार्मर भी लगाए गए लेकिन गांव वालों को बिजली नसीब नहीं हुई कारण यह बताया जाता है कि जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा जो बिजली अटल ज्योति योजना के तहत आबादी के लिए प्रकाश हेतु दी गई थी उसे पंप लाइन में परिवर्तित कर दिया गया और गांव आज भी अंधेरे में जीवन यापन कर रहा है । बावजूद इसके कि बिजली व्यवस्था नहीं है फिर भी ग्रामीणों को सरकार द्वारा बिल थमाए जा रहे हैं और ग्रामीणों द्वारा इन बिलों का भुगतान भी किया जा रहा है । इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने बिजली दफ्तर के बाहर धरना देने से लेकर के जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप में शिकायत की गई लेकिन समस्या है कि टस से मस नहीं हुई और ना ही जिम्मेदारों के कान पर जूं तक रेंगी ।
पिछले हफ्ता ग्रामीण मध्य प्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ से मिलने पहुंचे और उन्होंने अपनी समस्या से मंत्री जी को अवगत कराया तब उन्हें उम्मीद लगी की समस्या का समाधान हो जाएगा लेकिन समय बीतता गया और समस्या जैसी की तैसी बनी रही । अंधेरे में जीवन यापन करने वाले ग्रामीण इतने तंग आ गए हैं कि अभी पिछले ही रविवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से उनके निवास ग्वालियर में आकर मिले और समस्या को उनके सामने रखा जिस पर मंत्री जी ने ग्रामीण वासियों को आश्वासन दिया कि बिजली की समस्या का समाधान करेंगे और साथ ही इस गांव में जाकर भी देखेंगे कि आखिर आज के समय में समस्या क्यों है 1 हफ्ते बीत जाने के बाद भी और मंत्री के द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को फोन पर समस्या से अवगत कराने के बाद भी समस्या जैसी की तैसी बनी हुई है ,अधिकारियों ने मंत्री की बात को दरकिनार कर आज भी ग्रामीणों को बिजली की सप्लाई से वंचित रखा है ।
