दमोह-दमोह-कुंडलपुर लिंक रेल लाइन के लिए बीते एक माह से हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें अब तक 1100 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर कर शीघ्र ही इस लिंक परियोजना के लिए प्रदेश सरकार से स्वीकृति की मांग की है। जैन महिला मंडल की ऋतु जैन ने बताया कि दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कुंडलपुर दमोह ही नहीं बल्कि देशभर के जैन समाज के लोगों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है।
यहां पर तीर्थंकर ऋषभदेव जी बड़े बाबा की 1500 वर्ष पुरानी विशाल एवं अतिशयकारी प्रतिमा के दर्शनों के लिए देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु कुंडलपुर आते हैं। लेकिन राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय तीर्थयात्री एवं पर्यटकों को सुगम यातायात के अभाव में आने-जाने में कठिनाई का अनुभव करना पड़ता है। ऐसे में यहां पर रेल लाइन होना आवश्यक है। वहीं सकल जैन समाज के अतुल जैन का कहना है कि दमोह-कुंडलपुर लिंक रेल लाइन के लिए केंद्र सरकार से 8 मई 2008 से पिछले 13 साल से ही वित्तीय एवं सर्वे स्वीकृति दी गई है, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस परियोजना पर रोक लगाई गई थी। जिसकी वजह से यह योजना आज बीते 13 वर्षों से अधर में अटककर रह गई है। जिसकी वजह से लोगों में आक्रोश है। वहीं रेल संघर्ष समिति के प्रांजल चौहान, सुरेंद्र दवे का कहना है कि इस रेल लाइन के जुड़ने से जहां पूरे क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। इसलिए लिए हमारी समिति एवं जैन समाज के लोगों द्वारा इस परियोजना के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें अब तक 1100 से अधिक लोगों द्वारा हस्ताक्षर कर प्रदेश सरकार से इस परियोजना की स्वीकृति देने की मांग उठाई जा रही है।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी
