भोपाल। प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड योजना लागू होने के बाद साढ़े 21 हजार मरीजों का उपचार राज्य शासन के खर्च पर हो रहा है। उधर मरीजों से पिछले एक माह में उपचार के नाम पर अनाप-शनाप राशि वसूल करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध शिकायतें मिलने का सिलसिला जिलों में तेज होने लगा है। अब तक 49 लोगों पर ब्लैकमार्केटिंग, अवैध वसूली के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
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प्रदेश में दवाओं की काला3बाजारी, नकली दवाओं, उपचार के नाम पर मनमानी राशि वसूलने के प्रकरण में कड़ी कार्रवाई के निर्देश सीएम चौहान ने दिए थे। इसके बाद अब तक हुई कार्यवाही में 194 मामलों में एक्शन लिया गया है। इन मामलों में 49 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मानवीय संवेदना से खेलते हुए मनमानी राशि वसूलने वाले अस्पतालों से मरीजों के परिजनों को 74.14 लाख की राशि वापस दिलाई गई है। प्रदेश में 21402 कोरोना मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है।
इनमें से 16553 मरीजों का शासकीय अस्प्तालों में, 2943 मरीजों का अनुबंधित अस्पतालों में तथा 1906 मरीजों का आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संबद्ध अस्पतालों में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत मरीजों पर शासन द्वारा 2 करोड़ 16 लाख 3 हजार 790 रुपए खर्च किए गए हैं। योजना में अभी तक प्रदेश के 386 निजी अस्पतालों को संबद्ध किया जा चुका है।
