ऐसे व्यक्तित्व नई ऊर्जा को भर देते है जी हा हम बात कर रहे कोरोना की जंग लड़ रहे ब्रह्मचारी श्री त्रिलोक भया जी लेकिन उन्होंने साहस सबल का परिचय देते हुए कुछ पल सांझा किए।
त्रिलोक भया की कलम से
कोरोना ने मुझमें प्रवेश किया है
दर्द पीडा देने का प्रबंध किया है
बुखार खासी कफ ने मेरी परीक्षा ली है
मैं कोरोना से लड़ रहे डॉक्टर ,नर्स बहनो के चेहरे पर जो सेवा का भाव है
जिनकी आंखें करुणा से लबालब है
इन देवदूतो के चेहरो को देखकर प्रसन्न हूं।
परमपूज्य गुरुदेव विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद एवम सभी ब्रह्मचारी भाइयों की सदभावना व
सद्भावना श्रावक श्राविकाओ की शुभकामना व सभी साहित्य मित्रो की मंगलकामना के अमृत जल में अभिसंचित होकर क्लासिकल भक्ति संगीत का आनंद ले रहा हु।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी
