भोपाल। इस सप्ताह कैलाश वियजवर्गीय की एक दहाड़ ने शासन-प्रशासन को हिलाकर रख दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मालवा क्षेत्र के जननेता इसलिए बने हैं कि वे जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति को लेकर मुखर रहते हैं। जनता के लिए वे अपनी ही पार्टी और सरकार से भी भिडने में पीछे नहीं रहते।
इंदौर में जबरन 10 दिनों के लिए थोपे गए लाॅकडाऊन को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी ही सरकार और प्रशासन पर हमला बोलते हुए उनके इस निर्णय को अलोकतांत्रिक और तानाशाहीपूर्ण बता दिया। बेशक यह मामला संंगठन स्तर पर दिल्ली तक पहुंचा, लेकिन इससे कैलाश विजयवर्गीय का कद बढ़ा ही है। अब शासन-प्रशासन इंदौर सहित पूरे मालवा में लॉकडाऊन बढ़ाने के बजाए अनलाॅक की तैयारी में लग गया है।