भोपाल। यूं तो मप्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया कोटे से आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री हैं, लेकिन पिछले 2 महीने में 3 मंत्री कुछ ज्यादा ही चर्चा में रहे हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट बेशक सहज, सरल और मिलनसार हैं लेकिन इस बार कोरोना काल में उनके परिवार पर आरोपों के गंभीर छीटे पड़े हैं। मंत्री के बेटे और पत्नी तक पर दवाओं की कालाबाजारी के आरोपों ने सिंधिया खेमे में खलबली मचा दी है।
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी को लो-प्रोफाइल होने की सजा भुगतनी पड़ रही है। कोरोना काल में मीडिया ने उन्हें असफल स्वास्थ्य मंत्री सिद्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। खास बात यह है कि इसी दौरान उनके विभाग के अधिकारियों का जमकर गुणगान हुआ है। सिंधिया खेमे के तीसरे मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर तो स्वयं को चर्चा में बनाए रखते हैं।
कुछ दिन मीडिया ने उनकी अनदेखी की तो मंत्री जी ग्वालियर में स्कूटर लेकर बगैर हेलमेट के घूमते नजर आए। वीडियो वायरल हुआ और सोशल मीडिया पर आलोचना हुई तो मंत्री जी थाने में पहुंचकर 250 रुपए चालान के जमा करा आए। इस बहाने तोमर फिर से मीडिया की सुर्खियां बन गए।