ग्वालियर। कोरोना को ऐसे ही आपदा या महामारी नहीं कहा जा रहा है। यह ऐसी महामारी बन गई कि लोगों ने अपनो को ही पराया कर दिया। ऐसा ही मामला ग्वालियर में देखने को मिला। कोरोना के चलते लोगों ने अपनों को पराया कर दिया है। एक सैकड़ा से अधिक मामले ऐसे हैं, जिनमें कोविड से मौत के बाद शव का अंतिम संस्कार करना तो दूर परिजन अपनो की अस्थियां तक लेने नहीं आए हैं। इतना ही नहीं, अस्पताल में भर्ती तो कर करवा दिया लेकिन जो नाम-पता लिखवाया था, वह भी फर्जी निकले।
लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में एक साल में एक सैकड़ा से अधिक अस्थियां स्टोर में जमा हो गई हैं। इन अस्थियों को अब अपनों का इंतजार है, जो आकर इन्हें मुक्ति दिलाए, पर ऐसा हो नहीं रहा है। अब नगर निगम इस मामले में पहल करने जा रहा है। आने वाले गंगा दशहरा को इन अस्थियों को विधि विधान से गंगा में विसर्जन करने की योजना है।
नगर निगम उपायुक्त डॉ. अतिबल सिंह ने बताया है कि एक साल में लगभग 100 से अधिक अस्थियां लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में एकत्रित हो गई हैं। इनको कोई लेने तक नहीं आया है। अब हम जून तक लोगों का इंतजार करेंगे। इसके बाद निगम आयुक्त के आदेश पर इन सभी अस्थियों को गंगा दशहरा के दिन गंगा में विसर्जित किया जाएगा।