
रानू परिहार हिम्मतपुर। जिले के अंदर कई ग्राम पंचायत ऐसी हैं जिनमें आला अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव अंधाधुंध दिनदहाड़े घटिया निर्माण करा देते हैं और लाखों रुपए की राशि आहरण कर लेते
लेकिन घटिया निर्माण की पोल जब खुलती है जब बरसात का मौसम आता है और घटिया निर्माण की पहली बरसात मैं पोल खुल जाती है और भ्रष्टाचार की हकीकत बता देता है कि किस जगह अच्छा निर्माण हुआ है और किस जगह घटिया।
लेकिन आज हम एक ऐसी ही ग्राम पंचायत की बात करने जा रहे हैं जो हमेशा भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाओं में रही है लेकिन इस ग्राम पंचायत के कर्ताधर्ताओ की ऊपर शिकायत करने के बाद भी आला अधिकारी कार्यवाही नहीं करते उस ग्राम पंचायत का नाम है डामरौन खुर्द जो शिवपुरी जिले की जनपद पंचायत करैरा के अंतर्गत आती है।

इस ग्राम पंचायत की जानकारी विकास निर्माणों की एवं योजनाओं की किसी ईमानदार अधिकारी द्वारा जांच कराई जाए तो इस ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों को जेल जाने से कोई नहीं बचा सकता अभी हाल में ही 5 दिन पहले बारिश हुई थी जिससे गांव की गलियों में हर जगह पानी भर गया था।
गंदगी बढ़ गई थी इसकी मुख्य वजह यह है कि बीते साल गांव में सी सी डाली गई थी लेकिन सीसी डालने के बाद सरपंच सचिव नाली बनाने का ध्यान भूल गए या यह कहे कि लोगों को नजरअंदाज कर राशि डकार गए जिसका दुष्परिणाम डामरौनखुर्द के लोगो भुगतना पड रहा है।
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी 5 दिन पहले बारिश हुई थी तो बारिश का पानी गांव की गलियों में एवं ग्रामीणों के द्वारे ही भरा रह गया क्योंकि जब सीसी सड़क डाली गई थी तब सरपंच सचिव ने नाली नहीं बनाई थी यदि नाली बनाई होती तो पूरा पानी गांव के बाहर निकल जाता।
लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया जिसका परिणाम आज ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है और घरो के सामने गंदा पानी जमा होने से मच्छरों की पैदावार अधिक बढ़ रही है और मच्छरों से होने वाली बीमारी का खतरा भी गांव में अधिक पड़ने की संभावना बनी रहती है।
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि हम लोगों ने कई बार सचिव सरपंच एवं सहायक सचिव की शिकायत की लेकिन इन पर कोई भी आला अधिकारी कार्यवाही नहीं करता इसलिए हम लोगो की कोई भी समस्या हो तो उसे जिम्मेदारों द्वारा अनसुना कर दिया जाता है।