भोपाल- मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार के मामले अब खत्म ही मानो क्योंकि अब केस बहुत कम आने लगे है और इन कोरोना के मामले कम आने से प्रदेश में ओर भी चीजों की छूट मिल सकती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुकान और बाजार खुलना जरूरी है। लेकिन यह कैसे खुलेंगे और लोग सड़क पर कैसे चलेंगे, यह क्राइसिस मैनेजमेंट तय करेगा।
मध्यप्रदेश में 15 जून तक लागू लॉकडाउन के बाद और छूट दिए जाने के संकेत CM शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं। उन्होंने क्राइसिस मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए कहा कि आज प्रदेश में बहुत ही सुखद स्थिति है। कोरोना के सिर्फ 276 नए पॉजिटिव केस मिले हैं। सब कुछ चलाना है, लेकिन सावधानी रखना जरूरी है। क्या कब तक बंद रहेगा और किसे छूट मिलेगी, ये क्राइसिस मैनेजमेंट ही तय करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट की टीम ने बहुत ही अच्छा काम किया है। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पंचायतों, वार्ड ब्लॉक और जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान क्या खोलना है? क्या बंद करना है? इलाज के काम, जनता को कैसे एजुकेट करना है, ये सभी काम क्राइसिस मैनेजमेंट का हवाले था जिसे बेहतर तरीके से अंजाम दिया गया। इसलिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के काम, कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की चर्चा पूरे देश में हुई। मध्य प्रदेश मॉडल के नाम से इसे जाना गया।
तीसरी लहर दिखाई दे रही लेकिन सावधानी से ही वचाव हो सकता है मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी देशों में कोरोना के केस लॉकडाउन खुलने के बाद बढ़ गए हैं। तीसरी लहर दिखाई दे रही है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का काम खत्म नहीं हुआ। ये ऐसा ढांचा बन गया है, जिसको हम बनाए रखना चाहते हैं। ये काम क्या करेगा इस पर आपके सुझाव चाहता हूं। नंबर एक जरूरत है- सावधान रहने की। हम निश्चिंत ना हो जाएं।
