गुना-ज्यादातर जैन तीर्थ नगरों से दूर जंगलों में है, आज जंगल सिकुड़ते जा रहे हैं। तीर्थ क्षेत्र कमेटियां इन सिकुड़ते जगंलों को बचाने में अपना योगदान दे। समितियां सघन पौधरोपण कर तीर्थों को और अधिक आकर्षक बना सकती हैं।
उक्त उदगार बजरंगढ़ तीर्थ गुना में विराजमान मुनि श्री प्रसाद सागर जी महाराज ने थूबोनजी कमेटी के समक्ष श्रीफल भेंट करने पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लगातार पेड़ों की कमी के कारण ही कोरोना के कारण पहली बार देश के सामने ऑक्सीजन का संकट खड़ा हुआ है। यदि पेड़-पौधे ज्यादा रहेंगे और हवा में ज्यादा ऑक्सीजन रहेगी तो ऐसी समस्या निर्मित ही नहीं होगी। कमेटी के महामंत्री विपिन सिघई ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र को हराभरा वनाने के लिए पत्थर पर मिट्टी डालकर पौधरोपण किया जा रहा है। गुरु देव दर्शनोदय तीर्थ थूबोनजी चारों ओर से चट्टानों से घिरा है मुनि पुगंव श्री सुधासागरजी महाराज के आशीर्वाद और मार्गदर्शन में इसे पूरी तरह से हरे-भरे बनाने की योजना पर काम चल रहा है दूर से मिट्टी लाकर डाली जा रही है और आकर्षक पार्कों वन और पौधरोपण कर संवारा जा रहा है। कुछ साल बाद थूबोनजी तीर्थ स्थल पूरी तरह हरा भरा हो जाएगा।
कमेटी के अध्यक्ष अशोक टिगू मिल ने कहा कि महाराज जी कमेटी चातुर्मास की सारी अनुकूलता बनाएगी। आपका जैसा मार्गदर्शन होगा वो हम करेगे। जिससे कि चातुर्मास अच्छे से हो सके। कमेटी ने चार्तुमास के लिए मुनिश्री को श्रीफल भेंट किया।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी