पोहरी। पोहरी के मड़खेड़ा गांव में दो महीने से पोषण आहार नहीं बांटा गया है। अति कुपोषित हालत में दो साल की बच्ची को जिला अस्पताल शिवपुरी के पीआईसीयू में भर्ती कराया है। जबकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर और सीडीपीओ को अति कुपोषित बच्ची के बारे में जानकारी तक नहीं है। रजनी आदिवासी (2) पुत्री राकेश आदिवासी निवासी मड़खेड़ा को जिला अस्पताल शिवपुरी के पीआईसीयू में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
रजनी को माता-पिता 27 मई को जिला अस्पताल लेकर आए थे। पिता ने बताया कि रजनी को पंद्रह दिन से उल्टी दस्त हो रहे थे। पोहरी अस्पताल लाए तो कोरोना की वजह से भर्ती नहीं किया। जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती किया, उस दिन बच्ची का वजन 4 किलो 700 ग्राम रह गया था। जबकि दो साल की उम्र में वजन 8 से 10 किग्रा रहना चाहिए। हालांकि इलाज के बाद अब रजनी आदिवासी का वजन 5 किलो 200 ग्राम हो गया है। करीब आधा किग्रा बढ़ गया है।
इनका कहना है
अति कुपोषित बच्ची के बारे में सूचना नहीं है। सुपरवाइजर और कार्यकर्ता से इस बारे में जानकारी मांगेंगे। टीएचआर क्यों नहीं बांटा गया है, इसकी जांच कराएंगे।
नीरज सिंह गुर्जर, परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना पोहरी
