नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लंबे समय से मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय है, इस मंत्रिमंडल विस्तार में कई नए चेहरे शामिल होंगे तो कई को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है । मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी चुनाव को ध्यान में रखकर भरपूर तवज्जों मिलने के आसार हैं, वहीं कई मंत्रियों के अतिरिक्त प्रभार को कम किया जा सकता है । मध्यप्रदेश से सबसे अधिक चर्चा राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंत्री बनने को लेकर है, आपको बता दें कि सिंधिया के सहयोग से पिछले साल मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी, शिवराज सरकार में सिंधिया समर्थकों बराबर जगह मिली,उसके बाद संगठन में भी सिंधिया समर्थकों बैलेंस किया गया है, एक साल के लंबे इंतजार के बाद अब समय आ गया है जब सिंधिया का मोदी टीम में शामिल किया जा सकता है, इसके अलावा चर्चा है कि ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर को भी संघ की सिफारिश पर जगह मिल सकती है । जल्दी ही संभावित केन्द्रीय मंत्रीमंडल के विस्तार में कुछ नये चेहरों को भी मौका मिल सकता हैं। ऐसी संभावना बन रही है कि एक-दो नये चेहरों को संघ कोटे से भी सम्मान मिल सकता है। यह सब रणनीति उत्तर प्रदेश चुनाव व भविष्य कोे देखकर बनाई जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक यू.पी. से भी दो नये चेहरों को मंत्रीमंडल में स्थान मिल सकता है। वहीं मध्यप्रदेश से भी 2 से 3 सांसद व नेताओं को मौका मिल सकता है जो नेता बिना सांसद के मंत्री बनेगा, उन्हें राज्यसभा या उपचुनाव से संसद ले जाया जायेगा। वहीं ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर को भी संघ कोटे से केन्द्रीय मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है। ज्ञांतव्य है कि विवेक नारायण शेजवलकर संघ मुख्यालय नागपुर व संघ प्रमुख के खास हैं और उनका टिकट भी वहीं से हुआ था। वैसे भी सांसद विवेक जी के पिताश्री स्व. नारायण शेजवलकर भाजपा के संस्थापक सदस्य रहे है और वह ग्वालियर से कई बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
