राजनीतिक : मध्यप्रदेश कोटे से थावरचंद गहलोत की राज्यसभा की रिक्त हुई सीट के लिए मालवा के क्षत्रप कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी अंदर ही अंदर चर्चाओं में हैं। हालांकि पश्चिम बंगाल में उम्दा प्रदर्शन के कारण उन्हें भी केन्द्रीय मंत्रीमंडल में शामिल किये जाने की चर्चा जोर पर थी, लेकिन वह संगठन सेवा के लिए ही ज्यादा सक्रिय दिखे। उन्होंने कभी भी पद के लिए संगठन सेवा नहीं छोड़ी। चूंकि अब एक राज्यसभा सीट मध्यप्रदेश से रिक्त हुई है इसलिए भाजपा आलाकमान उन्हें राज्यसभा से दिल्ली ला सकता हैं। उनके खंडवा लोकसभा से लड़ने की भी चर्चा पार्टी फोरम पर चली है, लेकिन वह अभी मध्यप्रदेश की राजनीति व संगठन कार्य पर ध्यान दे रहे हैं। इस बात की प्रबल संभावना है कि भाजपा व संघ उन्हें राज्यसभा लाकर केन्द्रीय मंत्री पद से नवाज सकता हैं। राज्यसभा में भाजपा को नेता पद के लिए भी एक योग्य शख्सियत की तलाश हैं, जो कैलाश विजयवर्गीय के आने से पूरी हो सकेगी।
वहीं दूसरी ओर बजरंगी दादा जयभान सिंह पवैया का नाम भी राज्यसभा की रिक्त सीट के लिए हो सकता है। पवैया इन दिनों महाराष्ट्र के सह प्रभारी है। उनकी विधानसभा सीट पर सिंधिया समर्थक प्रद्युम्न सिंह तोमर विधायक होकर मंत्री हैं, जिस कारण पवैया आगे की राजनीति को लेकर संघ व भाजपा आलाकमान की निगाह में हैं। इस वजह से पवैया भी राज्यसभा के लिए सटीक बैठते हैं। अभी हाल ही में पवैया से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनके निवास पर जाकर मुलाकात की थी, जिससे राजनैतिक चर्चाएं गरमा गई थी।
