पटना-अहिंसा, पर्यावरण, शाकाहार, जीवदया के लिए विख्यात प्रचारक प्रसिद्ध ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कल्याण गंगवाल एवम उनकी पत्नी डॉक्टर चंद्रकला का मीठापुर आचार्य विमल सागर भवन मे आशा बिहार की अध्यक्ष श्रीमति सरोज पाटनी पद्मश्री विमल जैन द्वारा अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेटकर हार्दिक अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर अपने संबोधन मे श्री गंगवाल ने कहा करुणा प्रेम जीव दया जीवन जीने का आधार है आज ग्लोबल वार्मिंग से बचाव हेतु पर्यावरण सुरक्षा एवम जल संचय ही प्रक्रति के संतुलन का आधार है। इसके लिए मनुष्य को वेज्ञानिक आहार की जरूरत है जो सिर्फ शाकाहार है मानव शरीर की रचना मांसाहार के लिए है ही नहीं वर्तमान कोरोना काल मे प्रोटीन के नाम पर अंडा या मांस का भक्षण लोगो ने बंद या कम कर दिया। शाकाहारी भोजन के कारण चीन मे बोद्ध धर्म को मानने वाले महायान संप्रदाय के लोगो पर कोरोना का कोई असर नहीं रहा, क्योकि उनका इम्यूनिटी सिस्टम मांसाहारी की अपेक्षा ज्यादा मजबुत था। शुगर, बीपी,माइग्रैन, किडनी, लीवर,दिल की बीमारी से निजात पाने के लिए शाकाहारी शेली एक वेज्ञानिक शेली है। कैंसर की बीमारी मांसाहारी लोगो मे ज्यादा पाई जाती है।
सदाचार शाकाहार और व्यसन मुक्ति समाज बनाने के लिए विगत 50 वर्षो से कार्यरत एवम 4 लाख से अधिक लोगो को शाकाहारी बनाने मे 132 से ज्यादा राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय सम्मान से डॉक्टर कल्याण गंगवाल विभूषित है
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
