ग्वालियर : जिले की दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कद्दावर नेता भगवान सिंह यादव का वर्चस्व खत्म कर कमल खिलाने वाले जमीनी नेता नारायण सिंह कुशवाह आजकल पार्टी कार्यक्रम से लेकर जनता की बीच दिखाई नहीं देते हैं, नारायण सिंह कुशवाह दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव क्या जीते भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पलकों पर बिठा लिया था और सूबे की सरकार में उन्हें ग्रह राज्यमंत्री बनाकर कुशवाह समाज को साध लिया था, नारायण सिंह लगातार दूसरी बार भी दक्षिण में कमल खिलाने में कामयाब रहे ।
2018 के आम चुनाव में नारायण सिंह कुशवाह अपनों का शिकार हो गए, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की ओर से नगर निगम ग्वालियर की पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता टिकिट न मिलने से नाराज होकर पार्टी से बगावत कर बैठी और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर न केवल चुनावी मैदान में उतरी बल्कि करीब 30 हजार वोट भी अपने खाते में ले गईं और ऐसे समीकरणों के बीच कांग्रेस के युवा उम्मीदवार प्रवीण पाठक से नारायण सिंह कुशवाह मात्र 121 वोट से चुनाव हार गए, चुनाव हारने के बाद इधर नारायण सिंह कुशवाह सदमें में चले गए और जनता से लेकर पार्टी में कम ही दिखाई देने लगे उधर पार्टी को अब अपने नारायण की याद नही आने के कई कारण थे पहला तो ये कि नारायण सिंह के बहाने सधने वाले कुशवाह वोट बैंक अब ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा के विधायक भारत सिंह कुशवाह के जीतने से सध गए और दूसरी तरफ 2018 में पार्टी सत्ता से बाहर हो गई,सत्ता के उलटफेर में जब पार्टी सत्ता में वापिस आई तब तक समीक्षा भी पार्टी में वापसी कर चुकी थीं, अब शिवराज सरकार में नारायण सिंह की जगह भारत सिंह कुशवाह ने ले ली है,भारत सिंह वर्तमान में उद्ध्यानिकी राज्यमंत्री का जिम्मा संभाले हुए हैं, सब कुछ ठीक है लेकिन सवाल अब भी है कि आखिर भाजपा के नारायण कहाँ हैं ?
